भोपाल,(ईएमएस)। आज गुरुवार को मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन में जमकर हंगामा हुआ। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने प्रश्नकाल के दौरान सरकार को घेरने की कोशिश करते हुए कहा कि घोषणा के मुताबिक किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। इस पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कुछ आंकड़े रखते हुए कहा जहां पहले आपकी सरकार 3 हजार रुपए प्रति हेक्टयर मुआवजा देती थी वहीं आज हमारी सरकार 16 हजार रुपए प्रति हेक्टयेर किसानों को मुआवजा दे रही है। इस पर विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आपत्ति उठाते हुए कहा कि 5 हजार करोड़ के नुकसान का आकलन हुआ है और अभी तक सिर्फ 200 करोड़ रुपए दिए गए है। इतना कहा ही था कि सत्ता पक्ष की तरफ से मंत्री विश्वास सारंग, कैलाश विजयवर्गीय और उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा सहित कई सदस्य खड़े हो गए। उधर विपक्ष से नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, भवंर सिंह शेखावत जैसे तमाम सदस्य खड़े हुए और दोनों तरफ से नारेबाजी होने लगी। सदन में हंगामा हुआ और विपक्षी के कुछ सदस्य आसंदी के पास आकर नारेबाजी करने लगे। इसी बीच मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बीच शोरगुल में नोंक-झोंक चलती रही जो हंगामे के कारण ठीक से सुनाई नहीं है। तभी कांग्रेस के तमाम सदस्यों ने सदन की कार्यवाही से वहिर्गमन कर बाहर नारेबाजी करने लगे। दरअसल, कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने श्योपुर जिले के किसानों के खाते में राहत राशि नहीं डालने का मामला उठाया। जंडेल ने कहा कि किसानों के खाते में राशि नहीं पहुंची है और सरकार इस मामले में सही जवाब नहीं दे रही है। इस पर हंगामा शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि 16000 रुपए प्रति हेक्टेयर राहत राशि दी जानी थी, लेकिन किसानों के खाते में पैसा नहीं पहुंचा है। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा इस मामले में सही जवाब नहीं दे पाए। उन्होंने कहा कि कुछ खातों में राशि नहीं पहुंची है, जिसे जल्दी पहुंचाया जाएगा। इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि धान की उपज का आंकड़ा उपज मंडी में मौजूद है। जो नुकसान हुआ था उस नुकसान के कई गुना ज्यादा पैसा हमने दिलाया है। इस दौरान सदन में हंगामा होने लगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2003 में 3 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर राशि दी जाती थी। उसका 5 गुना राशि हमारी सरकार दे रही है। वीरेंद्र/ईएमएस/04दिसंबर2025