:: खिलाड़ियों की यात्रा में अशांति; वॉकओवर के खतरे से रैंकिंग दाँव पर : टेबल टेनिस संघ हल ढूंढ रहा :: रांची (ईएमएस)। सीज़न की आखिरी राष्ट्रीय रैंकिंग टेबल टेनिस चैंपियनशिप के लिए रांची में उत्सव के साथ-साथ गंभीर तनाव भी भरा हुआ है। 12 हिस्सों वाली इस बड़ी प्रतियोगिता में 2,100 से ज़्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन एक प्रमुख एयरलाइन की अचानक फ्लाइट कैंसिल होने और टाइम बदलने से पूरे टूर्नामेंट में बड़ी मुश्किल आ गई है। अंतिम समय में हुई इस अप्रत्याशित गड़बड़ी से कई खिलाड़ियों की यात्रा रुक गई है। खिलाड़ियों को अब मैच छोड़ने (वॉकओवर देने) का डर सता रहा है। यह चैंपियनशिप रैंकिंग पॉइंट के लिए सबसे ज़रूरी है, क्योंकि यहाँ से मिलने वाले अंक पूरे सीज़न की रैंकिंग तय करते हैं। किसी भी खिलाड़ी का मैच छोड़ना उसके पूरे साल की मेहनत पर पानी फेर सकता है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, झारखंड टेबल टेनिस एसोसिएशन और टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया तुरंत हरकत में आ गए हैं। फेडरेशन की प्रतियोगिता टीम लगातार समस्या को ठीक करने और खिलाड़ियों को वैकल्पिक व्यवस्था देने की कोशिश कर रही है। हालांकि, लॉजिस्टिक्स (यात्रा व्यवस्था) और किस्मत अब परिणामों को तय करेंगे। :: राष्ट्रीय संकट की मार रांची पर :: यह संकट महज एक स्थानीय समस्या नहीं है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में 4 दिसंबर, 2025 का दिन भारत के उड्डयन इतिहास में एक ‘मनहूस दिन’ के तौर पर दर्ज हो गया है। देश भर में 300 से अधिक उड़ानों को अचानक रद्द करने के कारण, हजारों यात्रियों को जबरदस्त असुविधा का सामना करना पड़ा। रांची एयरपोर्ट पर आज (शुक्रवार) सुबह से ही इंडिगो के काउंटर पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं; दिल्ली, पुणे, बेंगलुरु और हैदराबाद की 6 फ्लाइट्स कैंसिल हैं। कुछ को शनिवार के लिए रीशेड्यूल किया गया है। यह राष्ट्रीय उथल-पुथल सीधे तौर पर खिलाड़ियों की यात्रा और उनके प्रदर्शन को प्रभावित कर रही है। :: मुकाबलों पर नज़र :: हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम में आयोजित यह चैंपियनशिप इसलिए भी खास है क्योंकि यह लगभग दस साल बाद राष्ट्रीय स्तर के सर्किट में रांची की वापसी है। भले ही जी. साथियान और श्रीजा अकुला जैसे कुछ बड़े नाम नहीं आ पाए हैं, लेकिन हवाई यात्रा की इस गड़बड़ी ने कुछ युवा अंडरडॉग्स को अपनी पहचान बनाने का अच्छा मौका दिया है। यह प्रतियोगिता आठ दिनों तक चलेगी, जिसमें अंडर-11 से लेकर सीनियर वर्ग तक की स्पर्धाएँ होंगी। लड़कों में, शीर्ष वरीयता प्राप्त अंकुर भट्टाचार्जी के सामने पायस जैन और आकाश पाल कड़ी टक्कर देने को तैयार हैं। वहीं लड़कियों में, यशस्विनी घोरपाडे, स्वस्तिका घोष और उभरती हुई सिंड्रेला दास पर सबकी नज़र है। अंडर-19 वर्ग में, एम. हंसिनी और प्रियनुज भट्टाचार्जी जैसे खिलाड़ी अपना दम दिखाएंगे। प्रतियोगिता प्रबंधक एन. गणेशन और रेफरी मंगेश मोपकर के साथ 60 अधिकारियों का दल 24 स्टेग ग्लोबल टेबलों पर इस पूरे आयोजन को संभाल रहा है। खेल के बाहर की परेशानियाँ कितनी भी हों, यह टूर्नामेंट खिलाड़ियों की लड़ने की हिम्मत और जज्बा दिखाएगा। प्रकाश/05 दिसम्बर 2025