सिमडेगा(ईएमएस)। विश्व मृदा दिवस पर बिनतुका पंचायत में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में डीएओ माधुरी टोप्पो उपस्थित थी। मौके पर डीएओ माधुरी टोप्पो ने कि मिट्टी किसानों की सबसे बड़ी पूंजी है। इसलिए उसकी नियमित जांच और उपचार बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि स्वस्थ मिट्टी से ही फसल उत्पादन बढ़ेगा, लागत घटेगी और किसानों की आय में सीधा लाभ होगा। मिट्टी की जांच हर दो साल में अवश्य कराएं। ताकि फसल के अनुसार सही मात्रा में खाद और उर्वरक का उपयोग हो सके। उन्होंने कहा कि अत्यधिक रासायनिक खाद से मिट्टी की गुणवत्ता खराब होती है, इसलिए जैविक खाद, गोबर खाद और हरी खाद को बढ़ावा दिया जाए।उन्होंने किसानों को मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड का उपयोग करने, वैज्ञानिक तरीकों को अपनाने और प्राकृतिक खेती की ओर प्रेरित किया।कार्यक्रम में मौजूद किसानों ने भी मिट्टी संरक्षण को लेकर कई सवाल पूछे और जानकारी प्राप्त की। मौके पर मिट्टी के संरक्षण और सर्वधान का संकल्प लिया गया। साथ ही किसानों के बीच सॉइल हेल्थ कार्ड का भी वितरण किया गया। विशेषज्ञों ने खेत की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कई जानकारी भी दी। कार्यक्रम में मुखिया प्रीति बुढ़, केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक सनत कुमार सेंवइयां आदि उपस्थित थे। कर्मवीर सिंह/05दिसंबर/25