राज्य
06-Dec-2025


मारपीट में दो छात्र गंभीर घायल, चल रहा है इलाज भोपाल (ईएमएस)। राजधानी के गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) के छात्र मामूली बात को लेकर आपस में भिड गए। इस विवाद में जमकर डंडे और रॉड का उपयोग किया गया, जिसमें दो छात्र गंभीर रुप से घायल हो गए। छात्रों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस विवाद के बाद प्रबंधन ने 15 छात्रों को निलंबित कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, एमबीबीएस छात्रों के दो गुट भोपाल के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के रेटीना फेस्ट में शामिल होने के बाद भिड़े हैं। दरअसल रेटीना फेस्ट से चार-पांच दिसंबर की दरमियानी देर रात एमबीबीएस के दो दर्जन छात्र दो गुटों में वापस लौटे और एक कैफे में खाने के लिए मैगी बनाने का ऑर्डर दिया। एक गुट पहले मैगी पाने को लेकर उतावला हो गया, जबकि दूसरे गुट के कुछ छात्र पहले ही मैगी बनाने का ऑर्डर दे चुके थे। मैगी पहले मेरे गुट के लड़कों को दी जाए, इसी बात पर दोनों गुट आपस में भिड़ गए। इसके बाद एमबीबीएस छात्रों में रॉड और डड़ें जमकर चले। दो युवकों को गंभीर अवस्था में आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जबकि कई छात्र चोटिल हुए हैं। जीएमसी प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को आपात बैठक बुलाई और 15 छात्रों को हॉस्टल से निलंबित कर दिया है।कॉलेज की अनुशासन समिति ने जिन छात्रों को हॉस्टल से निलंबित कर कमरा खाली करने के निर्देश दिए हैं उनमें एमबीबीएस वर्ष 2023 बैच के अमन पांडे, देव रघुवंशी, विवेक मालवीय के साथ वर्ष 2024 बैच के पार्थ पाटीदार, शशांक पाटीदार, निखिल गौड़, पुष्पेंद्र कैन, ओम बजाज, आदर्श चौधरी, ऋषभ दामने, मधुर तिवारी, शिवम महावर, राहुल घाकड़, इकलेश धाकड़, अजय ब्राह्मणे शामिल हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि कुछ छात्र नशे की हालत में थे, जिनके कारण माहौल खराब हुआ और कहा-सुनी से शुरू हुआ विवाद मारपीट और तोडफ़ोड़ तक जा पहुंचा। मारपीट में पारस मरैया और डॉ. शैलेष चौधरी को सबसे गंभीर चोटें आईं। डॉ. शैलेष को आईसीयू में भर्ती कराया गया, जबकि पारस को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इस मामले में कोहेफिजा थाने में दोनों पक्षों ने प्रकरण दर्ज किए जाने के लिए शिकायती आवेदन भी सौंपा है। पुलिस ने मारपीट का प्रकरण भी दर्ज कर लिया है। सुदामा नरवरे/5 दिसंबर 2025