राष्ट्रीय
06-Dec-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। आज की व्यस्त और असंतुलित जीवनशैली, प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन, तनाव और अनियमित खान-पान की वजह से विटामिन की कमी का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। शरीर समय रहते संकेत देता है, जिन्हें समझकर हम गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं। कई लोग सर्दी या धूप का कारण मानकर होंठ फटने को नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि बार-बार होंठ फटना या मुंह के कोनों में दर्दनाक दरारें पड़ना विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी का स्पष्ट संकेत हो सकता है। इस स्थिति में आहार में अंडे, दूध, हरी पत्तेदार सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करना उपयोगी रहता है। वहीं लगातार थकान, कमजोरी, चक्कर, हाथ-पैर में झनझनाहट या सुन्नपन महसूस होना अक्सर विटामिन बी 12 की कमी की ओर इशारा करता है। यह विटामिन रक्त निर्माण और नसों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी पूरी करने के लिए दूध, दही, पनीर, मछली और अंडे जैसे खाद्य पदार्थ विशेष रूप से लाभदायक होते हैं। गंभीर कमी होने पर डॉक्टर इंजेक्शन या सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। यदि आंखों की रोशनी धुंधली होने लगे, रंगों की पहचान में दिक्कत आए या रात में साफ दिखाई न दे तो यह विटामिन ए की कमी का संकेत हो सकता है। ऐसे में गाजर, पालक, शकरकंद और पत्तेदार सब्जियां नियमित रूप से लेना जरूरी होता है। इसी प्रकार मसूड़ों से खून आना, घावों का धीरे भरना या त्वचा का अत्यधिक सूखना विटामिन सी की कमी दर्शाता है, जिसे संतरा, नींबू, आंवला, अमरूद और स्ट्रॉबेरी जैसे फलों से पूरा किया जा सकता है। विटामिन डी की कमी भी आज बहुत सामान्य समस्या बन चुकी है। हड्डियों और मांसपेशियों में लगातार दर्द, थकान और कमजोरी इसके प्रमुख लक्षण हैं। सूर्य की रोशनी इसका सबसे बड़ा स्रोत है, इसलिए रोज सुबह कुछ समय धूप में बिताना उपयोगी रहता है। दूध, दही, अंडा और मछली भी इसके अच्छे विकल्प हैं। इसी तरह अगर नाखून पतले, कमजोर या चम्मच जैसे आकार के दिखाई देने लगें, तो यह शरीर में आयरन की कमी का संकेत है, जिसे पालक, मेथी, दालें, चुकंदर और सीफूड से पूरा किया जा सकता है। डॉक्टरों के अनुसार विटामिन की कमी के मुख्य कारणों में खराब खान-पान, पाचन संबंधी बीमारियां, गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान बढ़ी जरूरत और कुछ दवाओं का लंबे समय तक उपयोग शामिल हैं। इसलिए संतुलित आहार, समय-समय पर हेल्थ चेकअप और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की सलाह से सप्लीमेंट लेना महत्वपूर्ण है। बता दें कि हमारे शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने में विटामिनों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। यह न केवल ऊर्जा उत्पादन में मदद करते हैं, बल्कि हड्डियों, त्वचा, आंखों, मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र को भी सही तरीके से काम करने में सहायता करते हैं। सुदामा/ईएमएस 06 दिसंबर 2025