:: बांक पंचायत सदस्य ने प्रेस क्लब में किया खुलासा : पैर टूटा, 30 हजार रू. और मोबाइल लूटा, पर पुलिस नहीं कर रही एफआईआर :: इंदौर (ईएमएस)। इंदौर के बांक ग्राम पंचायत के जनपद सदस्य आबिद हुसैन पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। एसआईआर (SIR) कार्य के दौरान हुए इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए आबिद हुसैन ने आज इंदौर प्रेस क्लब में सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि हमले के कारण उनका पैर फैक्चर हो गया और ऑपरेशन कराना पड़ा, लेकिन पुलिस ने अभी तक उनकी सही शिकायत दर्ज नहीं की है। आबिद हुसैन ने पत्रकारों को बताया कि जब वह ग्राम पंचायत बांक में बी.एल.ओ. कार्य में सहयोग कर रहे थे, तभी शादाब पटेल के भाई, भतीजे और तीन से चार अन्य लोगों ने उन पर हमला कर दिया। हुसैन ने आरोप लगाया कि हमलावर षडयंत्र के तहत उनका वन प्लस कंपनी का मोबाइल फोन (जिसमें आवश्यक मेमोरी थी) और उनके पास रखे 30 हजार रू. नकद भी छीनकर ले गए। परिवार ने आरोप लगाया कि 27 नवंबर 2025 को पुलिस आयुक्त को शिकायत देने और 3 दिसंबर को चंदन नगर थाना प्रभारी को पत्र भेजने के बावजूद, आज दिनांक तक न तो आरोपियों के विरूद्ध कोई अपराध पंजीबद्ध (FIR) हुआ है और न ही लूटे गए सामान की कोई जानकारी ली गई है। आबिद हुसैन और उनके परिजनों ने पुलिस से तत्काल उनकी वास्तविक शिकायत दर्ज करने, सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने और उनकी व उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस ने निष्पक्षता नहीं दिखाई, तो न्याय के लिए उन्हें हाई कोर्ट में याचिका दायर करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। प्रकाश/06 दिसम्बर 2025