राज्य
08-Dec-2025


* मुख्यमंत्री और रमेशभाई ओझा ने कहा- साहस, सेवा और नेतृत्व के प्रसंगों से भरपूर है ‘चुनौतियां मुझे पसंद हैं अहमदाबाद (ईएमएस)| मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अटल निर्णय शक्ति, मजबूत संकल्प और धारा के विपरीत जाकर भी जनहित के कार्य करने के स्वभाव से हम सभी अवगत हैं। उन्होंने कहा कि श्रीमती आनंदीबेन कुशल संगठक के अलावा उम्दा शासक भी साबित हुई हैं। मुख्यमंत्री के रूप में उनकी निष्ठा और कार्यक्षमता गुजरात के लोगों के दिल में आज भी अंकित है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल गुजरात की प्रथम महिला मुख्यमंत्री और वर्तमान में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीन पटेल के जीवन आधारित चुनौतियां मुझे पसंद है पुस्तक के विमोचन समारोह में बोल रहे थे| इस मौके पर केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह भी उपस्थित रहे| मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज अनावरित हुई पुस्तक ‘चुनौतियां मुझे पसंद हैं’ के शीर्षक में ही श्रीमती आनंदीबेन की प्रेरणादायी यात्रा की बात समाविष्ट हो जाती है। खरोड जैसे छोटे-से गाँव में जन्मीं श्रीमती आनंदीबेन ने देश के सबसे विकसित राज्य गुजरात की प्रथम महिला मुख्यमंत्री और देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की राज्यपाल तक की यात्रा में जिन अनेक चुनौतियों का सामना किया, उनका विवरण इस पुस्तक में है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया ‘चुनौतियां मुझे पसंद है’ नारी शक्ति को सदा-सर्वदा प्रेरणा एवं आत्मबल देने वाली पुस्तक सिद्ध होगी। उन्होंने जोड़ा कि हर गुजराती के घर में तथा हर युवती के हाथ में यह पुस्तक होनी चाहिए। देश की एकता व अखंडता को मजबूत करने के लिए आयोजित हुई कन्याकुमारी से कश्मीर तक की एकता यात्रा में प्रदेश महिला मोर्चे की अध्यक्ष के रूप में श्रीमती आनंदीबेन पटेल सहभागी हुई थीं और 26 जनवरी को जब श्रीनगर के लाल चौक में तिरंगा फहराया गया था, उस समय डॉ. मुरली मनोहर जोशी एवं वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित उपस्थित केवल दो-ढाई सौ लोगों में श्रीमती आनंदीबेन भी शामिल थीं। इस प्रसंग का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके ऐसे साहस एवं चुनौती से निपटने की सूझबूझ के उदाहरण इस पुस्तक में समाहित किए गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कुशल संगठक के रूप में श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा सदस्यता अभियान में 14 लाख लोगों को पार्टी सदस्य के रूप में सफलतापूर्वक जोड़े जाने की घटना को भी याद किया। उन्होंने कहा कि शिक्षिका के रूप में कॅरियर शुरू करने वालीं आनंदीबेन ने शिक्षा मंत्री के रूप में गुजरात के गाँव-गाँव जाकर शिक्षा की ज्योत प्रज्वलित की थी। श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि एक विधायक, मंत्री एवं प्रथम महिला मुख्यमंत्री के रूप में श्रीमती पटेल ने महिला सशक्तिकरण, बालिकाओं की शिक्षा, जल संचय, स्वच्छता, सुशासन तथा विकास के अनेक क्षेत्रों में अभूतपूर्व कार्य किए हैं। मुख्यमंत्री के रूप में श्रीमती पटेल ने सदैव गुजरात की अस्मिता तथा प्रगति को सर्वोपरि रखा। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि श्रीमती आनंदीबेन ने जिस विभाग में कार्य किया, उसमें उन्होंने अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की। राजस्व मंत्री हों, महिला एवं बाल विकास मंत्री हों तथा शिक्षा मंत्री हों; उन्होंने हर विभाग के मंत्री के रूप में अपनी विशिष्ट एवं दृढ़ प्रसासनिक कुशलता का परिचय दिया। विमोचन समारोह में भागवत कथाकार भाई रमेशभाई ओझा ने कहा कि श्रीमती आनंदीबेन पटेल की जीवन कथा का प्रकाशन धर्म को प्रकाशित करने वाली एक घटना है। उन्होंने श्रीमती पटेल को नारी शक्ति का जीवंत उदाहरण बताते हुए कहा कि एक शिक्षिका के रूप में शुरुआत कर वे गुजरात की मुख्यमंत्री बनीं और आज 85 वर्ष की आयु में भी उत्तर प्रदेश की राज्यपाल के रूप में उनका उत्साह बना हुआ है। उनका यह प्रेरक जीवन वेदों के आदर्श को सार्थक करता है। उनकी यह पुस्तक कठिनाइयों का सामना कर उनसे आनंद प्राप्त करने की प्रेरणा देती है। भाई रमेश ओझा ने श्रीमती आनंदीबेन के लंबे एवं स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना की तथा अपेक्षा व्यक्त की कि इस पुस्तक का बहुत प्रचार-प्रसार हो। इस समारोह में श्रीमती आनंदीबेन की संतानें संजय पटेल तथा श्री अनार पटेल ने भावपूर्ण संबोधन किया और कहा कि यह मातृशक्ति की वंदना का प्रसंग है। अनार पटेल ने माता आनंदीबेन के अभय एवं साहस के गुणों की चर्चा कर आनंदीबेन द्वारा अपने सगे भाई के घर में बाल विवाह रोकने के लिए पुलिस को बुलाए जाने की घटना याद की। सतीश/08 दिसंबर