राज्य
10-Dec-2025


1995 की तबाही जैसे हालात? जबलपुर (ईएमएस) । मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले के घने जंगल में लाखों पेड़ों पर बडी संख्या मे छिद्र देखने को मिल रहे हैं।वन विभाग के कर्मचारी इन बीमार पेड़ों पर निशान लगा रहे हैं। वन विभाग के कर्मचारियों के अनुसार डिंडोरी के जंगलों में बोरर कीड़े का संक्रमण फैल गया है। जो पेड़ों को खोखला कर रहा है। 30 से 40 वर्ष पुराने पेड़ इस बीमारी से ग्रसित हैं। जो सारे जंगल में बीमारी फैला रहे हैं।वन विभाग सूत्रों के अनुसार, साल के 50 फ़ीसदी वृक्षों में यह संक्रमण फैल चुका है। आदिवासियों की जीविका का साधन साल के वृक्ष आदिवासियों की जीविका के साधन है। इसकी लंबाई 30 से 40 फीट ऊंची होती है।रेलवे के स्लीपर और फर्नीचर इत्यादि में इसकी लकड़ी का उपयोग होता है। साल के पत्तों से पत्तल और दोने इत्यादि बनाए जाते हैं। जिससे साल भर आदिवासियों की जीवका चलती है। जंगलों में 25 फ़ीसदी पेड़ साल वृक्ष के होते हैं। डिंडोरी जिले में इस संक्रमण के फैल जाने से 1995 जैसी यादें ताजा होने लगी है। 1995 में 5 लाख से ज्यादा पेड़ों को काटना पड़ा था। 100 सालों में इसे बड़ी माहवारी के रूप में देखा गया था। उस समय मध्य प्रदेश को लगभग 1200 करोड रुपए का नुकसान हुआ था। उससे ज्यादा खराब स्थिति एक बार फिर बनती हुई दिख रही है। एस जे/10 दिसंबर2025