ज़रा हटके
12-Dec-2025
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मेड्रिड,(ईएमएस)। आमतौर पर काम पर देर से आने पर नौकरी से निकाला जाना आम बात मानी जाती है, लेकिन स्पेन में एक महिला के साथ ऐसा हुआ जो समय से पहले ऑफिस आने के कारण नौकरी से हटाई गई। मामला एलिकांटे की एक डिलीवरी कंपनी का है, जहां एक महिला अक्सर सुबह 6:45 से 7:00 बजे के बीच काम पर पहुंचती थी, जबकि उसके अनुबंध के अनुसार शिफ्ट 7:30 बजे शुरू होती थी। महिला के जल्द पहुंचने की आदत से उसके प्रबंधक नाखुश थे। 2023 में उसे पहली बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन उसने प्रबंधन की इस अप्रत्यक्ष धमकी की परवाह किए बिना जल्दी आना जारी रखा। साल की शुरुआत में कंपनी ने उसे गंभीर कदाचार का आरोप लगाते हुए नौकरी से निकाल दिया। कंपनी का तर्क था कि इतनी जल्दी आने की वजह से उसके पास करने के लिए काम नहीं होता और इसलिए वह कंपनी के लिए योगदान नहीं दे रही थी। महिला ने इस फैसले को अदालत में चुनौती दी। हालांकि, एलिकांटे की सामाजिक अदालत ने कंपनी का पक्ष लिया। न्यायालय ने कहा कि बार-बार चेतावनियों को नजरअंदाज करना कर्मचारी-नियोक्ता संबंध को प्रभावित करता है। अदालत ने यह भी माना कि समय से पहले आने का व्यवहार विश्वास और वफादारी के रिश्ते पर असर डालता है। अदालत के अनुसार, कर्मचारी का यह व्यवहार अवज्ञा और विश्वासघात जैसा गंभीर कदाचार बनता है, जो नौकरी समाप्त करने के लिए पर्याप्त कारण ठहरता है। कंपनी की बार-बार चेतावनियों के बावजूद महिला ने अपनी आदत नहीं बदली, इसलिए उसे नौकरी से हटाना न्यायसंगत माना गया। यह मामला दिखाता है कि कभी-कभी सामान्य लगने वाली आदतें भी नौकरी संबंधी विवाद का कारण बन सकती हैं। अदालत ने यह स्पष्ट किया कि कर्मचारी और नियोक्ता के बीच भरोसा और नियमों का पालन दोनों ही रोजगार संबंध को बनाए रखने के लिए जरूरी हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/12 दिसंबर2025