बलौदाबाजार(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने कसडोल क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 04 और पी.एम. स्वामी आत्मानंद एक्सीलेंस इंग्लिश मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण का उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और अधिकारों की वास्तविक स्थिति का जायजा लेना था। निरीक्षण में आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति बेहद चिंताजनक पाई गई। भवन का प्लास्टर टूट चुका था, छत जर्जर और दीवारों में दरारें थीं। बच्चों के लिए सुरक्षित और अनुकूल वातावरण का अभाव देखकर डॉ. शर्मा ने तत्काल मरम्मत और पुनर्निर्माण के कड़े निर्देश अधिकारियों को दिए। पी.एम. स्वामी आत्मानंद स्कूल में भी कई गंभीर अनियमितताएँ सामने आईं। परिसर में गंदगी के साथ-साथ आसपास नशीले पदार्थों की बिक्री की शिकायतें भी मिलीं। डॉ. शर्मा ने इसे बच्चों के अधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया और सुधारात्मक कदम उठाने के आदेश दिए। निरीक्षण के निष्कर्षों के आधार पर आयोग ने बाल अधिकार संरक्षण अधिनियम, 2005 की धारा 13 और 14 के तहत कार्रवाई शुरू करने के निर्देश जारी किए। आंगनबाड़ी केंद्र के प्रकरण में महिला एवं बाल विकास विभाग को भवन की मरम्मत और पुनर्निर्माण शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। वहीं, स्कूल से जुड़े प्रकरण में जिला शिक्षा अधिकारी को परिसर की स्वच्छता, सुरक्षित पेयजल, शौचालयों की कार्यशीलता सुनिश्चित करने और परिसर के आसपास असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने के आदेश दिए गए। अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने कहा, बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और गरिमा राज्य की सर्वोच्च प्राथमिकता है। बच्चों के अधिकारों से संबंधित किसी भी लापरवाही को आयोग गंभीरता से लेगा और आवश्यकतानुसार सख्त कार्रवाई करेगा। आयोग ने संबंधित अधिकारियों को 22 दिसंबर 2025 को दोपहर 2 बजे कार्यालय में सुधारात्मक कार्यों की विस्तृत प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)12 दिसम्बर 2025