नई दिल्ली (ईएमएस)। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से बाहर किए गए विधायक हुमांयू कबीर और असदुद्दीन ओवैसी मिलकर मोर्चा बना रहे हैं। एआईएमआईएम के बंगाल प्रेसिडेंट इमरान सोलंकी ने इस मोर्चे की पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा है कि हम मिलकर गठबंधन करेंगे और चुनाव भी लड़ेंगे। पश्चिम बंगाल में एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष इमरान सोलंकी ने एक समाचार चैनल को बताया कि मेरी मुर्शिदाबाद में हुमायूं कबीर से मुलाकात हुई है। ओवैसी साहब ने भी हुमायूं कबीर से बात की है। दोनों के बीच बातचीत चल रही है। हम हुमायूं कबीर के साथ मिलकर गठबंधन बनाएंगे और चुनाव में सीटें भी शेयर करेंगे। सोलंकी ने कहा कि हम बंगाल चुनाव लड़ेंगे और मजबूती से लडे़ंगे। पिछली बार से हमारा संगठन काफी मजबूत हुआ है। ओवैसी साहब पश्चिम बंगाल को लेकर काफी एग्रेसिव हैं, एक्टिव हैं। वह बंगाल पर काफी ध्यान दे रहे हैं। ओवैसी पश्चिम बंगाल का चुनाव सक्रियता से लड़ेंगे। वह मुर्शिदाबाद में कैंप करेंगे। इमरान सोलंकी ने बताया कि मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिणी दिनाजपुर और बीरभूम में हमारा मजबूत बेस है। साउथ में कुछ जगह और कोलकाता में भी 2-3 सीटों पर हमारा असर है। वहां हम चुनाव लड़ेंगे और अपने प्रत्याशी उतारेंगे। सोलंकी ने दावा किया कि हुमायूं कबीर बहुत आसानी से जीत हासिल कर सकते हैं। एआईएमआईएम के प्रदेशाध्यक्ष का कहना था कि इस बार के चुनाव ममता बनर्जी के लिए मुश्किल भरा साबित होने वाला है। उन्होंने कहा कि एसआईआर, वक्फ बिल पर ममता ने जिस तरह से रुख पलटा है, अल्पसंख्यकों ने उस पर गौर किया है। ममता ने अल्पसंख्यकों को नजरंदाज कर दिया है। एआईएमआईएम के प्रदेश प्रमुख सोलंकी ने कहा कि बंगाल के चुनाव में बाबरी मस्जिद एक बड़ा मुद्दा बनने वाला है। इसका वोटरों पर भी असर पड़ेगा, खासकर उन इलाकों में जहां अल्पसंख्यक ज्यादा संख्या में हैं। सुबोध/ १२-१२-२०२५