इन्दौर (ईएमएस) भारतीय ज्ञान परम्परा, ज्योतिष, वास्तु और कर्मकाण्ड विषयों पर आधारित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं सम्मेलन का आयोजन आज 14 दिसंबर 2025, रविवार को शासकीय संस्कृत महाविद्यालय, इंदौर में आयोजित किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय आयोजन देशभर के विश्वविद्यालयों, पारंपरिक गुरुकुलों एवं अनुसंधान संस्थानों के विद्वानों को एक मंच पर लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। इसमें लगभग 100 से अधिक ज्योतिषाचार्य, शोधार्थी एवं प्राध्यापक सहभागी होंगे। आयोजन समिति के संयोजक योगेंद्र महंत, विभागाध्यक्ष डॉ. विनायक पाण्डेय तथा प्रभारी आचार्य गोपालदास बैरागी ने बताया कि सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में देश के विख्यात ज्योतिर्विद एवं तंत्रकुल के संस्थापक आचार्य राजेश बेंजवाल (देहरादून) उपस्थित रहेंगे। वे आधुनिक संदर्भों में नाड़ी ज्योतिष, तंत्र सिद्धांत एवं वैदिक खगोल विज्ञान पर अपने विचार रखेंगे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में गोरखपुर के सुविख्यात ज्योतिषाचार्य डॉ. साकेत मिश्रा भी संबोधित करेंगे। वे अपनी सटीक भविष्यवाणियों, शोधपरक दृष्टिकोण और शास्त्रीय पद्धति के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं। विभिन्न विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुति सम्मेलन के दौरान शोधार्थियों एवं विद्वानों द्वारा निम्न विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे— नाड़ी ज्योतिष, बृहत्पाराशरी सिद्धांत, वास्तुशास्त्र और शिक्षा स्वास्थ्य, आधुनिक वास्तु मॉडल तंत्र–मंत्र–यंत्र एवं साधना परम्परा विवाह, करियर एवं स्वास्थ्य आधारित ज्योतिषीय विवेचना ज्योतिष एवं व्यवहार विज्ञान, कर्मकाण्ड, ग्रंथ परंपरा एवं समकालीन उपयोगिता सम्मेलन में शोध पत्रों के इन विषयों पर चर्चा, समीक्षा और शोध आधारित निष्कर्षों को भी साझा किया जाएगा। देशभर से आएंगे विशेषज्ञ - इस सम्मेलन में राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तरप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों से विद्वान सहभागिता करेंगे। आयोजन समिति का कहना है कि यह संगोष्ठी भारतीय ज्ञान परम्परा को शास्त्रीय आधार पर पुनर्स्थापित करने में एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। स्वास्थ्य, शिक्षा और स्मार्ट सिटी मॉडल पर भी विमर्श आयोजकों के अनुसार सम्मेलन में गर्भ संस्कार, चिकित्सा ज्योतिष, फेंगशुई, ज्योतिषीय शहर नियोजन, स्मार्ट सिटी डिज़ाइन, नगर वास्तु एवं सामाजिक व्यवहार में ज्योतिष की भूमिका जैसे विषयों पर भी विस्तार से चर्चा होगी। इससे सामाजिक नीति, शिक्षा और तकनीक को भारतीय दृष्टिकोण प्राप्त होगा। उद्घाटन एवं पुरस्कार वितरण - आयोजन समिति के संयोजक योगेंद्र महंत, विभागाध्यक्ष डॉ. विनायक पाण्डेय तथा प्रभारी आचार्य गोपालदास बैरागी ने बताया कि उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश शासन के केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तथा विशिष्ट अतिथि लोकप्रिय विधायक गोलू शुक्ला होंगे। कार्यक्रम के पुरस्कार सत्र में इंदौर व प्रदेश के कई संत और आध्यात्मिक मार्गदर्शक सर्वश्री चिन्मयानंद महाराज, रामगोपालदास महाराज, अण्णा महाराज, पवनानंद जी महाराज, खजराना गणेश मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट तथा रणजीत हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी दीपेश व्यास पुरस्कार वितरित करेंगे। इस अवसर पर प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया जाएगा। आयोजन समिति के अनुसार यह सम्मेलन भारतीय ज्ञान परम्परा की निरंतरता, वैज्ञानिक पुनर्पाठ और इसके आधुनिक संदर्भों में उपयोग की संभावनाओं पर सार्थक विमर्श का अवसर प्रदान करेगा। आनन्द पुरोहित/ 13 दिसंबर 2025