- विदेशी निवेशकों की निकासी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले की अनिश्चितता मुख्य कारक रहे मुंबई (ईएमएस)। भारतीय शेयर बाजार ने इस सप्ताह निवेशकों के लिए मिलीजुली प्रवृत्ति दिखाई। सोमवार से बुधवार तक बाजार में गिरावट का रुख रहा, जबकि सप्ताह के अंत में शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी ने कुछ सुधार के संकेत दिए। विदेशी निवेशकों की निकासी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले की अनिश्चितता इस सप्ताह के मुख्य कारक रहे। सप्ताह की शुरुआत सोमवार को नकारात्मक रही। बीएसई सेंसेक्स सुबह के कारोबार में 316 अंक गिरकर 85,395.85 पर आ गया, जबकि एनएसई निफ्टी 106.70 अंक गिरकर 26,079.75 पर खुला। दिन के अंत तक सेंसेक्स 609.68 अंक गिरकर 85,102.69 और निफ्टी 225.90 अंक गिरकर 25,960.55 पर बंद हुआ। इस गिरावट के पीछे सेवा और रियल्टी सेक्टर की कमजोरी, मुनाफावसूली और विदेशी फंडों की निरंतर निकासी मुख्य कारण बने। मंगलवार को बाजार ने गिरावट का सिलसिला जारी रखा। सेंसेक्स 84,464.97 पर खुला और दिन के अंत तक 436.41 अंक गिरकर 84,666.28 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 204.75 अंक की कमजोरी के साथ 25,755.80 पर खुला और 120.90 अंक गिरकर 25,839.65 पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आगामी नीतिगत फैसले से पहले निवेशकों ने रक्षात्मक रुख अपनाया, जिससे बाजार में और दबाव बना। बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी लगातार तीसरे दिन गिरकर लगभग एक महीने के निचले स्तर पर बंद हुए। सेंसेक्स 275.01 अंक गिरकर 84,391.27 और निफ्टी 81.65 अंक गिरकर 25,758.00 पर बंद हुआ। इस दौरान दोनों सूचकांकों ने दिन के उच्च और न्यूनतम स्तरों में उतार-चढ़ाव देखा। हालांकि, सप्ताह के अंत में शुक्रवार को बाजार ने सुधार दिखाया। सेंसेक्स 449.53 अंक बढ़कर 85,267.66 और निफ्टी 148.40 अंक बढ़कर 26,046.95 पर बंद हुआ। निवेशकों की बढ़ी हुई सकारात्मकता और रियल्टी एवं अन्य सेक्टरों में कुछ सुधार ने बाजार को हरे निशान में ला दिया। इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार ने उतार-चढ़ाव का मिश्रित रुख दिखाया। शुरुआती दिनों में गिरावट के बावजूद सप्ताह के अंत में बाजार ने सुधार के संकेत दिए। विदेशी निवेशकों की गतिविधि, अमेरिकी नीतिगत फैसले और प्रमुख सेक्टरों के प्रदर्शन पर आने वाले हफ्तों में भी बाजार की दिशा निर्भर करेगी। सतीश मोरे/13दिसंबर ---