राष्ट्रीय
14-Dec-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली दवाओं के कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद के लोनी इलाके में चल रही एक अवैध फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। इस फैक्ट्री में स्किन से जुड़ी बीमारियों की नकली दवाएं बड़े पैमाने पर तैयार की जा रही थीं, जिनकी सप्लाई दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में की जा रही थी। इस अवैध कारोबार के जरिए आम लोगों की सेहत के साथ गंभीर खिलवाड़ किया जा रहा था। पुलिस को काफी समय से दिल्ली और आसपास के इलाकों में नकली दवाओं की बिक्री की सूचनाएं मिल रही थीं। इन इनपुट्स के आधार पर क्राइम ब्रांच ने मामले की गहन जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस की टीम लोनी में संचालित फैक्ट्री तक पहुंची और वहां छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने स्किन रोगों में इस्तेमाल होने वाली बड़ी मात्रा में नकली दवाएं, कच्चा माल, दवा बनाने की मशीनें, लेबल, खाली पैकिंग सामग्री और नामी कंपनियों जैसी दिखने वाली दवाओं के पैकेट बरामद किए। जांच में सामने आया कि फैक्ट्री में तैयार की जा रही नकली दवाओं को दिल्ली के सदर बाजार समेत कई बड़े दवा बाजारों में सप्लाई किया जाता था। इसके बाद पुलिस ने सदर बाजार में भी छापेमारी कर नकली दवाओं की एक बड़ी खेप जब्त की। जब्त किए गए माल की अनुमानित कीमत करीब 1.10 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि यह नेटवर्क लंबे समय से सक्रिय था और इसके जरिए कई लोग मोटा मुनाफा कमा रहे थे। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी फैक्ट्री का मालिक बताया जा रहा है, जो नकली दवाओं का निर्माण करवा रहा था। दूसरा आरोपी इन दवाओं की सप्लाई और वितरण के नेटवर्क को संभालता था। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों, सप्लायरों और खरीदारों का पता लगाया जा सके। विशेषज्ञों के अनुसार नकली दवाएं बेहद खतरनाक होती हैं, क्योंकि इनमें न तो सही मात्रा में दवा होती है और न ही गुणवत्ता का ध्यान रखा जाता है। इससे मरीजों की बीमारी ठीक होने के बजाय और गंभीर हो सकती है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले में आगे की जांच कर रही है और नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। वीरेंद्र/ईएमएस/14दिसंबर2025 ------------------------------------