अब तक बीसीसीसी के संदिग्ध गेंदबाजों की सूची में बरकरार मुम्बई (ईएमएस)। अबू धाबी में 16 दिसंबर को होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग 2026 की छोटी नीलामी में क्रिकेटर दीपक हुड्डा को शायद ही कोई टीम खरीदे। इसका कारण है कि हुड्डा को भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई ने अभी तक संदिग्ध गेंदबाजी सूची में रखा है जिससे वह गेंदबाजी नहीं कर पायेंगे। बीसीसीआई ने आईपीएल फ्रेंचाइजियेां को हुड्डा के संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के बारे में जानकारी दी है। घरेलू क्रिकेट में राजस्थान की ओर से खेलने वाले हुड्डा पिछले आईपीएल की तरह ही अभी भी संदिग्ध गेंदबाजों कीसूची में बरकरार हैं। बल्लेबाजी के साथ ही स्पिन गेंदबाजी करने वाले हुड्डा ने पिछले सत्र में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर सेसात आईपीएल मैच खेले थे, लेकिन उनमें से किसी में भी गेंदबाजी नहीं की थी। इस क्रिकेटर ने रणजी ट्रॉफी में एक ओवर और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पांच ओवर किए हैं। अंतिम बार उन्हें आठ दिसंबर को झारखंड के खिलाफ गेंदबाजी करते देखा गया था। अगर उन्हें फिर से संदिग्ध एक्शन के लिए बुलाया जाता है, तो उन पर आईपीएल में गेंदबाजी करने पर प्रतिबंध लग सकता है। उन्होंने अहमदाबाद में उस मैच में तीन ओवर फेंके थे और 24 रन देकर तीन विकेट लिए थे। हुड्डा ने भारतीय टीम की ओर से 10 एकदिवसीय और 21 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेले हैं। वह नीलामी के लिए एएल1 (ऑलराउंडर) कैटेगरी में 75 लाख रुपये के बेस प्राइस के साथ शामिल किये गये हैं। एएल1 वर्ग में उनके अलावा वेंकटेश अय्यर, वानिंदु हसरंगा और रचिन रवींद्र जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। वहीं संदिग्ध एक्शन वाले दूसरे खिलाड़ी जम्मू-कश्मीर के बाएं हाथ के स्पिनर आबिद मुश्ताक है। उसका बेस प्राइस 30 लाख रुपये है। वहीं कर्नाटक के 29 साल के ऑफ-स्पिनर केएल श्रीजीत पर आईपीएल में गेंदबाजी करने पर प्रतिबंध है, उन पर पिछले सत्र में ही प्रतिबंध लगा दिया गया था। मध्य प्रदेश के ऋषभ चौहान परा भी प्रतिबंधित सूची में शामिल हैं।नीलामी में कुल 350 खिलाड़ियों में से 40 खिलाड़ियों ने स्वयं को अधिकतम बेस प्राइस दो करोड़ रुपये पर सूचीबद्ध किया है, जिनमें वेंकटेश अय्यर और रवि बिश्नोई ही केवल दो भारतीय खिलाड़ी हैं। गिरजा/ईएमएस 14 दिसंबर 2025