राज्य
14-Dec-2025


* युवा, दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिक महिलाओं की सहभागिता; फिटनेस और महिला सशक्तिकरण का दिया संदेश वडोदरा (ईएमएस)| इंटरनेशनल मैराथन के अंतर्गत रविवार 14 दिसंबर को शहर के कीर्ति स्तंभ से साड़ी गौरव रन का भव्य आयोजन किया गया। इस अनूठी दौड़ में वडोदरा की 4,000 से अधिक महिलाओं ने रंग-बिरंगी साड़ियां पहनकर हिस्सा लिया। साड़ियों में दौड़ती महिलाओं से शहर की सड़कें रंगीन और उत्साहपूर्ण नज़ारों से भर गईं। वडोदरा शहर में हुई अनूठी दौड़ में 4,000 से महिलाओं ने फिटनेस के प्रति जागरूकता और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की शपथ ली। साड़ी गौरव रन के माध्यम से भारतीय परंपरा, संस्कृति, महिला सशक्तिकरण और फिटनेस का संदेश देश-दुनिया तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। तीन किलोमीटर लंबी इस दौड़ में 16 वर्ष से अधिक आयु की युवतियों से लेकर वरिष्ठ नागरिक महिलाओं ने भाग लिया। विशेष बात यह रही कि दिव्यांग महिलाएं भी व्हीलचेयर के माध्यम से इस दौड़ में शामिल हुईं। दौड़ की शुरुआत कीर्ति स्तंभ से हुई और समापन भी वहीं किया गया। कार्यक्रम में राजमाता शुभांगिनीदेवी गायकवाड़, नगर निगम आयुक्त अरुण महेश बाबू, वडोदरा शहर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त लीना पाटिल सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों की महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर सहभागिता निभाई, जिसमें अटलादरा बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर की महिलाओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। दौड़ में शामिल सभी प्रतिभागियों को मेडल और उपहार प्रदान किए गए। साड़ी गौरव रन कीर्ति स्तंभ, खंडेराव मार्केट चौराहा, भगत सिंह चौक, म्यूजिक कॉलेज रोड, दांडिया बाजार चौराहा, अकोटा ब्रिज चौराहा, पैलेस गेट होते हुए पुनः कीर्ति स्तंभ ग्राउंड पर संपन्न हुई। वडोदरा मैराथन की चेयरपर्सन तेजल अमीन ने कहा कि साड़ी भारतीय नारी की पहचान और संस्कृति का प्रतीक है। साड़ी पहनकर महिला आत्मविश्वास और आत्मशक्ति का अनुभव करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘फिट इंडिया’ अभियान और ‘विकसित भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में यह आयोजन एक प्रेरणादायक कदम है। साड़ी गौरव रन में भाग लेने वाली नीतू जाधव ने कहा कि जब नारी साड़ी में दौड़ सकती है, तो वह कुछ भी कर सकती है। आज हमने अपने लिए समय निकाला और यह साबित किया कि महिलाएं साड़ी में भी दौड़ सकती हैं। यह आयोजन महिला सशक्तिकरण का सशक्त संदेश है। सतीश/14 दिसंबर