मुंबई, (ईएमएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले कुछ दिनों से लगातार वीज़ा नियमों में बदलाव कर रहे हैं। एच-1बी वीज़ा नियमों में उनके बदलाव ने दुनिया में हलचल मचा दी है। एच-1बी वीज़ा पर अमेरिका में सबसे ज़्यादा भारतीय काम कर रहे हैं। अब एच-1बी वीज़ा के लिए 88 लाख रुपये की फ़ीस देनी होगी। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप के इस फ़ैसले का अमेरिका में काफ़ी विरोध भी हुआ था। क्योंकि इस नियम से आईटी कंपनियाँ मुश्किल में पड़ गई थीं। इतना ही नहीं, कंपनियों ने दुनिया के कोने-कोने में अपने कर्मचारियों को तुरंत अमेरिका में हाज़िर होने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही, एच-1बी वीज़ा वाले कर्मचारियों को अमेरिका नहीं छोड़ने का निर्देश दिया गया था। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप लगातार वीज़ा नियमों में बदलाव कर रहे हैं। जिससे अमेरिका जाकर काम करने वालों का सपना सपना ही रह सकता है। अब मुंबई में अमेरिकी दूतावास ने एक ज़रूरी जानकारी दी है। दूतावास के अनुसार जो वीज़ा होल्डर अमेरिका के कानूनों या इमिग्रेशन नियमों का उल्लंघन करेंगे, उन्हें डिपोर्ट कर दिया जाएगा। इस चेतावनी से साफ़ है कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा लागू किए गए सख़्त इमिग्रेशन नियमों से कोई राहत नहीं मिलेगी। मुंबई में अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर इस बारे में बयान जारी किया है। दूतावास के बयान के मुताबिक, वीजा जारी होने के बाद अमेरिकी वीजा धारकों का वेरिफिकेशन बंद नहीं होता है। हम लगातार वीजा धारकों की जांच करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी अमेरिकी कानूनों और आव्रजन नियमों का पालन किया जा रहा है। अमेरिका ने साफ कहा है कि अगर कोई इन नियमों का पालन नहीं करता है तो हम उनका वीजा रद्द कर देंगे और उन्हें उनके देश वापस भेज देंगे। अब मुंबई में अमेरिकी दूतावास ने सीधी चेतावनी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि आपका वीजा रद्द हो सकता है। पिछले कुछ दिनों से डोनाल्ड ट्रंप लगातार वीजा नियमों में बदलाव कर रहे हैं। वह किसी भी हालत में अमेरिका में दूसरे देशों के नागरिकों को नहीं चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि भारतीय और चीनी समेत लोग वीजा पर अमेरिका आते हैं और खूब पैसा कमाकर अपने देश भेजते हैं। स्वेता/संतोष झा- १४ दिसंबर/२०२५/ईएमएस