राष्ट्रीय
15-Dec-2025
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देहरादून,(ईएमएस)। उत्तराखंड में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। इससे पहले राज्यभर में प्री-एसआईआर अभियान चलाया जा रहा है, ताकि मतदाता सूची से जुड़ी जानकारियों को प्रारंभिक स्तर पर जांचा और दुरुस्त किया जा सके। इस प्रक्रिया को लेकर आम लोगों में किसी तरह की शंका या भ्रम न रहे, इसके लिए राज्य सरकार ने एक अनोखी पहल की है। प्री-एसआईआर की शुरुआत के साथ ही मतदाताओं की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए गए हैं। राज्य सरकार ने मतदाताओं से जुड़ी किसी भी समस्या या सवाल के समाधान के लिए वोटर हेल्पलाइन नंबर 1950 को सक्रिय किया है। प्री-एसआईआर के दौरान यदि किसी मतदाता को अपनी वोटर आईडी, नाम, पता या अन्य विवरणों को लेकर कोई दिक्कत होती है, तो वह इस नंबर पर कॉल कर पूरी जानकारी हासिल कर सकता है। प्रशासन का उद्देश्य है कि एसआईआर से पहले ही अधिक से अधिक भ्रम दूर किए जाएं। प्री-एसआईआर के दौरान राज्य में करीब 70 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए बूथ लेवल अफसर (बीएलओ) घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं और उनकी जानकारी का सत्यापन कर रहे हैं। इस दौरान कुछ व्यावहारिक समस्याएं भी सामने आ रही हैं। खासतौर पर वे मतदाता, जो वर्ष 2003 में किसी अन्य विधानसभा क्षेत्र में रहते थे, उनकी मैपिंग में अड़चनें आ रही हैं। इसके अलावा शादीशुदा महिलाओं को अपने मायके की वोटर लिस्ट से नाम हटवाकर वर्तमान निवास स्थान पर मैपिंग कराने में परेशानी हो रही है। इन कारणों से कई मतदाता असमंजस की स्थिति में हैं। मतदाताओं की इन समस्याओं को देखते हुए राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को हेल्प डेस्क स्थापित करने और हेल्पलाइन को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। जिलों में हेल्पलाइन नंबर 1950 पूरी तरह सक्रिय है, जहां कॉल कर एसआईआर और मतदाता सूची से जुड़ी हर जानकारी प्राप्त की जा सकती है। एसआईआर प्रक्रिया में क्या होगा एसआईआर का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मतदाता सूची में केवल पात्र और वैध मतदाताओं के नाम ही दर्ज हों। इस प्रक्रिया के तहत बीएलओ मतदाताओं के घर जाकर उनकी व्यक्तिगत जानकारी का सत्यापन करेंगे और गणना फॉर्म वितरित करेंगे। 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके नए पात्र मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े जाएंगे। वहीं, मृत या स्थायी रूप से अन्य स्थान पर चले गए मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे। इसके साथ ही पता, फोटो और अन्य विवरणों में आवश्यक सुधार भी किया जाएगा, ताकि मतदाता सूची पूरी तरह शुद्ध और अद्यतन हो सके। वीरेंद्र/ईएमएस/15दिसंबर2025