राष्ट्रीय
16-Dec-2025


उज्जैन (ईएमएस)। शिप्रा नदी के किनारे मौलाना मौज की दरगाह है। इस दरगाह में हर साल मजार पर चादर चढ़ाने के बाद कव्वाली का कार्यक्रम होता है। कमेटी के उपाध्यक्ष इरफान अहमद के अनुसार मौलाना की मजार में चादर चढ़ाने और कव्वाली की अनुमति ली गई थी। उसका कार्यक्रम किया गया। जब सब लोग वापस लौट गए, उसके बाद एक संत ने दरगाह मैं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। वीडियो वायरल होने के बाद अब यह मामला एक विवाद के रूप में सामने आया है। सबसे बड़े आश्चर्य की बात है। दरगाह में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करना अपने आप में कौन सा धार्मिक कृत्य है। यह चर्चा का विषय बन गया है। एसजे/ 16 ‎दिसम्बर /2025