छिंदवाड़ा (ईएमएस)। स्पाइसेस पार्क में मसालों पर क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया। बैठक का उद्देश्य मध्य प्रदेश में उत्पादित प्रमुख मसालों—लहसुन, अदरक, हल्दी एवं धनिया—के गुणवत्तापूर्ण उत्पादन, मूल्य संवर्धन तथा निर्यात को प्रोत्साहित करना रहा। कार्यक्रम में मसाला निर्यातकों, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ), मसाला उत्पादक किसानों, स्थानीय व्यापारियों एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों सहित लगभग 150 प्रतिभागियों ने सहभागिता की। बैठक के माध्यम से किसानों एवं निर्यातकों के बीच प्रत्यक्ष संवाद स्थापित हुआ, जिससे व्यावसायिक समन्वय को सुदृढ़ करने में सहायता मिली। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. मीना राजेश, कुलपति, जी.एच. रायसेन विश्वविद्यालय, पांढुर्ना ने मध्य प्रदेश से मसालों के निर्यात को बढ़ाकर व्यापार संतुलन सुदृढ़ करने पर बल दिया तथा छिंदवाड़ा एवं पांढुर्ना क्षेत्र के एफपीओ को निर्यात से जुड़ने हेतु प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि बी.एन. झा, निदेशक (विपणन), स्पाइसेस बोर्ड, भारत सरकार ने बताया कि मध्य प्रदेश देश के अग्रणी मसाला उत्पादक राज्यों में शामिल है, विशेषकर लहसुन उत्पादन में राज्य का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों, खाद्य सुरक्षा, ट्रेसेबिलिटी एवं निर्यातोन्मुख उत्पादन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसी बैठकों से किसानों को उचित मूल्य तथा निर्यातकों को मानक अनुरूप कच्चा माल उपलब्ध होता है। ईएमएस/ मोहने/ 16 दिसंबर 2025