राज्य
17-Dec-2025


- एसपी तुषार दोशी ने जानकारी छिपाई मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई पुलिस की सातारा जिले के सावरी गांव में एक शेड पर रेड में 45 किलो ड्रग्स का स्टॉक मिला। इन ड्रग्स बाजार मूल्य 145 करोड़ रुपये है, और वहां काम करने वाले तीन लोगों को एकनाथ शिंदे के भाई प्रकाश शिंदे के जावली तालुका में होटल तेज यश से खाना सर्व किया जा रहा था, यह सनसनीखेज आरोप लगाया है शिवसेना (ठाकरे) की उपनेता सुषमा अंधारे ने। उन्होंने कहा प्रकाश शिंदे एकनाथ शिंदे के भाई हैं। उन्होंने 2017 में ठाणे से नगरसेवक का चुनाव लड़ा था। सातारा के पुलिस अधीक्षक तुषार दोशी ने यह जानकारी छिपाई। पुलिस ने यहां कार्रवाई की, लेकिन ड्रग्स से जुड़े तीन लोगों के नाम एफआईआर में नहीं थे, ऐसा सुषमा अंधारे ने दावा किया। सुषमा अंधारे ने मांग की कि अगर बेटे का नाम किसी केस में आने पर पिता का इस्तीफा मांगा जाता है, तो भाई का नाम ड्रग केस में आने पर एकनाथ शिंदे को भी उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। सुषमा अंधारे ने यह भी कहा कि अगर इसके बाद मुझे कुछ होता है, तो आज जिन लोगों के नाम मैंने लिए हैं, वे जिम्मेदार होंगे। सुषमा अंधारे के इस दावे से राजनीतिक क्षेत्र में हलचल मच गई है। सुषमा अंधारे ने आगे कहा कि इस मामले को सामने लाने से मेरी जान को खतरा पैदा हुआ है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मेरी सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि वे इस मुद्दे पर जबरदस्ती की राजनीति को किनारे रखकर मेरे साथ खड़े होंगे। आपको बता दें कि 13 दिसंबर को सावरी गांव में पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई थी। शुरुआत में मुकंद गांव में कार्रवाई की गई थी। इसके तार पुणे में मिले थे। इसमें विशाल मोरे को हिरासत में लिया गया है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उससे पूछताछ में सावरी गांव के बारे में जानकारी मिली। पुलिस की एक टीम इस गांव में पहुंची। सुषमा अंधारे कहती हैं कि मैं खुद सावरी गांव गई और मुझे कुछ चौंकाने वाली जानकारी मिली। यहां कोयने का बैकवाटर है। यहां स्विमिंग टैंक बन रहे हैं। एक रिसॉर्ट बन रहा है.. यहां पास के एक पेपर शेड में कार्रवाई की गई। यहां 75 लाख की लागत से एक सड़क बनी है। यहां कोई गांव नहीं है, कोई लोग नहीं हैं, लेकिन यहां शेड को जोड़ने वाली सड़क क्यों बनाई गई? इस रिसॉर्ट में सात से आठ कमरे बनकर तैयार हो गए हैं। इस रिसॉर्ट में कई सुविधाएं हैं। यहां एक डस्टर कार है। इस रिसॉर्ट में पुलिस की कार्रवाई में 45 किलो ड्रग्स मिला। इसकी कीमत 145 करोड़ है। इस खबर पर ज्यादा ध्यान नहीं गया। यह रिसॉर्ट प्रकाश शिंदे का है। इस शेड के मालिक गोविंद सिंदकर हैं। गोविंद ने बताया कि ओमकार दिघे उनके शेड की चाबी ले गए। ओमकार दिघे को पुलिस ने हिरासत में लिया और छोड़ दिया। अभी यह पता नहीं चला है कि पुलिस ने उसे क्यों छोड़ा। मुंबई पुलिस वहां क्यों गई?, यह सवाल सुषमा अंधारे ने उठाया। रंजीत शिंदे शिवसेना (एकनाथ शिंदे) गुट के तालुका प्रमुख हैं। वे उस गांव के सरपंच हैं जहां से एकनाथ शिंदे आते हैं। इस सब से कुछ बातें सामने आईं। रंजीत शिंदे कहां हैं? उनके साथ असल में क्या हुआ? रंजीत शिंदे को यह होटल क्यों चलाना चाहिए, उनका क्या कनेक्शन है? प्रकाश शिंदे एकनाथ शिंदे के सगे भाई हैं। उन्होंने 2017 में ठाणे से नगरसेवक पद का चुनाव लड़ा था। पुलिस रिकॉर्ड से जो बात सामने आई, वह यह है कि यहां तीन लोग रहते थे। उन्हें असम राज्य से यहां कौन लाया होगा? यह भी कहा जाता है कि उनमें से कुछ बांग्लादेशी हैं? ये तीनों रिसॉर्ट में किस तरह का काम कर रहे थे? एसपी तुषार दोशी ने यह जानकारी छिपाई। स्थानीय लोगों ने कहा कि ये लोग भारतीय नहीं होंगे। उनके चेहरे के हाव-भाव अलग दिख रहे थे। ये तीनों लोग प्रकाश शिंदे के होटल से खाना ले रहे थे। ये तीनों वर्कर इस फाइव-स्टार होटल में खाना कैसे खरीद सकते थे? बेशक, यह जानकारी पुलिस जांच का हिस्सा है। सुषमा अंधारे ने कहा, इन तीनों लोगों के नाम पुलिस एफआईआर में क्यों नहीं हैं? एफआईआर ऑनलाइन क्यों नहीं दिखती, एफआईआर छिपाई नहीं जा सकतीं। जब सरकार से जुड़ी एफआईआर होती हैं, तो वे छिपाई जाती हैं। संजय/संतोष झा- १७ दिसंबर/२०२५/ईएमएस