अंतर्राष्ट्रीय
17-Dec-2025


पीएम को देश का सर्वोच्च सम्मान दिया गया, इसे पाने वाले पहले ग्लोबल लीडर अदीस अबाबा, (ईएमएस)। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। यह दुनिया की 18वीं संसद है, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण दिया। मोदी ने कहा कि मुझे इथियोपिया आकर बहुत अच्छा लग रहा है। यह शेरों की धरती है। यहां मुझे अपने घर जैसा महसूस हो रहा है, क्योंकि मेरा गृहराज्य गुजरात भी शेरों की धरती है। इससे पहले इथियोपिया के पीएम अबी अहमद अली ने मंगलवार को मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान दिया था। वे द ग्रेट ऑनर निशां ऑफ इथियोपिया पाने वाले पहले ग्लोबल लीडर बने। इस मौके पर पीएम ने कहा कि ये सम्मान मेरे लिए गौरव की बात है। मोदी मंगलवार को ही इथियोपिया पहुंचे थे। यह उनका पहला दौरा है। पीएम अबी अहमद अली ने नेशलन पैलेस में उनका औपचारिक स्वागत किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक भी की। मोदी बोले- भारत डिजिटल सुविधाओं में आगे मोदी ने कहा, भारत में हमने अपना पब्लिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रचर बनाया है। यह लोगों तक सरकारी सेवाओं की पहुंचने के तरीके में बदलाव लेकर आया है। आज भारत में लगभग हर आदमी पेमेंट, पहचान, सरकारी सुविधा के लिए डिजिटल तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है। दुनिया के आधे से ज्यादा डिजिटल पेमेंट भारत में हो रहे हैं। मोदी बोले- भारतीय कंपनियां इथियोपिया की सबसे बड़ी इंवेस्टर मोदी ने कहा, भारतीय कंपनियां इथियोपिया में सबसे बड़े इंवेस्टर्स में से हैं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में 5 अरब डॉलर (45 हजार करोड़ रुपए) से अधिक का निवेश किया है। 75,000 से अधिक रोजगार पैदा किए हैं। हमने भारत-इथियोपिया द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का निर्णय लिया है। मोदी बोले- इथियोपिया-भारत के 2000 साल पुराने संबंध मोदी ने कहा- भारत और इथियोपिया जलवायु और भावना दोनों में एक दूसरे के साथ विचार साझा करते हैं। लगभग 2000 साल पहले, हमारे पूर्वजों ने संबंध स्थापित किए थे। हिंद महासागर के पार व्यापारी मसालों और सोने का व्यापार करते थे, लेकिन वे केवल वस्तुओं का ही व्यापार नहीं करते थे, वे विचारों और जीवन शैली का भी आदान-प्रदान करते थे। अदीस और धोलेरा जैसे बंदरगाह न केवल व्यापार केंद्र थे, बल्कि सभ्यताओं के बीच सेतु भी थे। आधुनिक समय में, हमारा संबंध एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। 1941 में इथियोपिया की मुक्ति के लिए भारतीय सैनिकों ने इथियोपियाई लोगों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी थी। विनोद उपाध्याय / 17 दिसम्बर, 2025