:: खंडेलवाल जैन महिला महासभा ने परिधानों और कला के जरिए आत्मसात किया दक्षिण का वैभव :: इंदौर (ईएमएस)। भारत की सांस्कृतिक विविधता को एक सूत्र में पिरोते हुए भारत वर्षीय खंडेलवाल दिगंबर जैन महिला महासभा ने एक अनूठा आयोजन किया। शहर की मातृशक्ति ने दक्षिण भारतीय पद्धतियों और परंपराओं को अपनाते हुए न केवल वहां के कला-ज्ञान को आत्मसात किया, बल्कि मनमोहक परिधानों से दक्षिण भारत के वैभव को इंदौर की धरती पर जीवंत कर दिया। इस अनूठे आयोजन में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं शामिल हुईं, जिन्होंने पांच विशेष समूहों के माध्यम से भारतीय सिनेमा और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित किया। :: पुष्पा से लेकर चेन्नई एक्सप्रेस तक की धूम :: कार्यक्रम में महिलाओं को पांच अलग-अलग टीमों में विभाजित किया गया था, जिनके नाम दक्षिण भारत की प्रसिद्ध फिल्मों - पुष्पा, कांचना, बाहुबली, चेन्नई एक्सप्रेस और कांतारा पर आधारित थे। इन टीमों ने पारंपरिक दक्षिण भारतीय साड़ियों, गहनों और विशिष्ट श्रृंगार के साथ अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से उपस्थित जनसमूह का दिल जीत लिया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य उत्तर और दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक सेतु का निर्माण करना और नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ना रहा। :: संस्कृति और सामाजिक सरोकार का संगम :: महासभा की अध्यक्ष साधना दगड़े ने बताया कि दक्षिण भारत हमारे देश का अभिन्न अंग है। इस आयोजन के माध्यम से हमने वहां की परंपराओं को सम्मान दिया है। बैठक के दौरान नए वर्ष के लिए महत्वपूर्ण सामाजिक निर्णय भी लिए गए, जिनमें धार्मिक यात्राओं को प्रोत्साहन देने और समाज के परिवारों में आपसी प्रेम व सौहार्द बढ़ाने के लिए आगामी दिनों में टिफिन पार्टी आयोजित करने का संकल्प लिया गया। :: विजेता हुए पुरस्कृत, उमड़ा मातृशक्ति का सैलाब :: सांस्कृतिक शाम के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। इसमें बेस्ट कपल, बेस्ट परिधान, बेस्ट जोड़ी और बेस्ट ज्वेलरी जैसे वर्गों में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से साधना दगड़े जैन, संगीता बाकलीवाल, खुशबू काला, कुसुम टोंग्या, सुमन मोदी, मधु छाबड़ा, शिवानी गोधा, सुनीता शाह, ज्योति सेठी, सुलेखा गंगवाल और अर्चना गोधा ने सक्रिय भूमिका निभाई। मंच संचालन एंकर गरिमा शर्मा ने किया। प्रकाश/18 दिसम्बर 2025