क्षेत्रीय
19-Dec-2025


मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई के एक जाने-माने स्कूल के विद्यार्थियों को एक ही नंबर की दो अलग-अलग स्कूल बसों में ले जाया जा रहा था। इस मामले में संबंधित स्कूल के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और इस घटना ने विद्यार्थियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, 16 दिसंबर को मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर संकेतकुमार चव्हाण फ्लाइंग स्क्वाड के साथ पेट्रोलिंग कर रहे थे। दोपहर करीब ढाई बजे, ऑर्किड स्कूल की एक बस (नंबर एमएच-04-एलवाय-6018) को मुलुंड पूर्व इलाके के गव्हाणपाडा में जांच के लिए रोका गया। जब ई-चालान मशीन से चेक किया गया, तो पता चला कि गाड़ी की रजिस्टर्ड डिटेल्स में दिखाया गया चेसिस नंबर और असली बस पर लिखा चेसिस नंबर अलग-अलग थे। इसके बाद बस की और जांच करने पर पता चला कि बस 2 साल से ज़्यादा समय से बिना वैलिड रजिस्ट्रेशन के बस चलाई जा रही थी। जांच के दौरान, बस ड्राइवर बिना कोई जानकारी दिए और पुलिस को सहयोग किए बिना भाग गया। स्कूल ने भी सहयोग नहीं किया। इसके बाद आरटीओ अधिकारियों ने बस को ज़ब्त करके कुर्ला नेहरू नगर बस डिपो में जमा कर दिया। ड्राइवर और मालिक के खिलाफ बिना रजिस्ट्रेशन वाली गाड़ी चलाने का चालान काटा गया है और वरिष्ठों को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी गई है। इस मामले में गाड़ी के मालिक, संबंधित स्कूल के बस डीलर, साथ ही स्कूल के डायरेक्टर और प्रिंसिपल पर मिलकर सरकार को 8 लाख 66 हजार 421 रुपये का चूना लगाने का आरोप है। इसमें गाड़ी का टैक्स, रजिस्ट्रेशन फीस वगैरह शामिल है। वरिष्ठ अधिकारियों के लिखित आदेश के अनुसार, संकेत कुमार चव्हाण ने 17 दिसंबर को नवघर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। इस घटना के बाद विद्यार्थियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। स्वेता/संतोष झा- १९ दिसंबर/२०२५/ईएमएस