कुशीनगर,(ईएमएस)। बौद्ध आस्था के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र कुशीनगर में जनवरी 2026 में एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रस्तावित है। थाईलैंड की महारानी महापरिनिर्वाण मंदिर में भगवान गौतम बुद्ध की पांचवीं सदी की प्रतिमा के दर्शन-पूजन के लिए कुशीनगर आएंगी। हालांकि, उनकी यात्रा की आधिकारिक तिथि अभी घोषित नहीं की गई है। महारानी के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को थाईलैंड स्थित रायल पैलेस और दिल्ली स्थित द रायल थाई एंबेसी के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने कुशीनगर का दौरा किया। इस 12 सदस्यीय दल का नेतृत्व थाईलैंड के मिनिस्टर व डिप्टी चीफ ऑफ मिशन किरान मोनाजिन ने किया। प्रतिनिधिमंडल में रक्षा, नौसेना और वायुसेना से जुड़े अधिकारी तथा दूतावास के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। वही सुबह प्रतिनिधिमंडल महापरिनिर्वाण मंदिर पहुंचा, जहां अधीक्षण पुरातत्वविद शादाब खान ने उनका स्वागत किया और मंदिर से जुड़ी ऐतिहासिक व व्यवस्थागत जानकारियां साझा कीं। इसके बाद दल के सदस्यों ने बुद्ध प्रतिमा के समक्ष विधिवत पूजा-अर्चना की और चीवर अर्पित कर भारत-थाईलैंड की मित्रता, शांति और समृद्धि की कामना की। महापरिनिर्वाण मंदिर के बाद प्रतिनिधिमंडल रामाभार स्तूप पहुंचा, जहां भी पूजा संपन्न की गई। इसके साथ ही दल ने महारानी के संभावित दर्शन-पूजन कार्यक्रम के मद्देनजर मंदिर परिसर, आवागमन मार्गों और सुरक्षा व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया।निरीक्षण और पूजा कार्यक्रम के उपरांत प्रतिनिधिमंडल गोरखपुर के लिए रवाना हो गया। दल में रक्षा विभाग के कैप्टन नत्थापोंग फानता (आरटीएन), एयर ग्रुप कैप्टन सुपाची उपान, मिनिस्टर काउंसलर कानोकार्पोन, काउंसलर सुखदीप रंधावा, सेकेंड सेक्रेटरी जकारान ट्रीडारा तथा कोलकाता स्थित कांसुलेट जनरल सीरिपोन सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे।थाई महारानी की प्रस्तावित यात्रा से कुशीनगर के वैश्विक बौद्ध महत्व को और मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। नंदनी/ईएमएस 20दिसंबर25