शाजापुर (ईएमएस) । पृथ्वी की अनवरत खगोलीय गति के चलते इस वर्ष 22 दिसंबर को एक महत्वपूर्ण घटना होने जा रही है। इस दिन उत्तरी गोलार्ध में वर्ष की सबसे लंबी रात और सबसे छोटा दिन होगा। इस अद्भुत खगोलीय नजारे को विद्यार्थियों को समझाने के लिए शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल ज्योति नगर में एक विशेष प्रायोगिक सत्र का आयोजन किया जा रहा है। जिला खगोल प्रभारी अशोक शर्मा ने बताया कि पृथ्वी अपने अक्ष पर झुकी हुई है और सूर्य की परिक्रमा करती है। 22 दिसंबर को सूर्य की किरणें पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा पर लंबवत पड़ेंगी। इस स्थिति के कारण उत्तरी गोलार्ध में सूर्य की रोशनी कम समय के लिए उपलब्ध होगी। समय का गणित, सबसे लंबी रात शाजापुर में रात की अवधि 13 घंटे 40 मिनट होगी। जबकि दिन की अवधि मात्र 10 घंटे 20 मिनट की रहेगी। अशोक शर्मा ने बताया कि 22 दिसंबर को जब सूर्य मकर रेखा में प्रवेश करेगा, तो इसके बाद से दिन धीरे-धीरे बड़े और रातें छोटी होने लगेंगी। इसे ही सूर्य के उत्तरायण का प्रारंभ भी कहा जाता है। उन्होंने वर्ष की अन्य महत्वपूर्ण खगोलीय स्थितियों को भी स्पष्ट किया। शर्मा ने बताया कि 21 मार्च और 23 सितंबर को सूर्य विषुवत रेखा पर लंबवत होता है, जिससे दिन-रात बराबर (12-12 घंटे) होते हैं। 21 जून को सूर्य कर्क रेखा पर लंबवत होता है, जिससे उत्तरी गोलार्ध में सबसे बड़ा दिन और छोटी रात होती है। प्रायोगिक प्रदर्शन से सीखेंगे विद्यार्थी ज्योति नगर स्कूल की प्राचार्य रेणुका परमार के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को यह पूरी प्रक्रिया प्रायोगिक तौर पर दिखाई जाएगी। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि जगाना और भूगोल की जटिलताओं को सरलता से समझाना है। जिला खगोल प्रभारी अशोक शर्मा मॉडल और गणनाओं के माध्यम से बच्चों को पृथ्वी के परिभ्रमण और अक्षीय झुकाव के प्रभावों का जीवंत अनुभव कराएंगे। ईएमएस/राजेश कलजोरिया/ 21 दिसंबर 2025