राज्य
24-Dec-2025


सूरत (ईएमएस)| एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर में नायब मामलतदार कार्यालय के सर्कल ऑफिसर कृष्णकुमार बनेसंग डाभी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई राज्य में रिश्वतखोर अधिकारियों के खिलाफ एसीबी की लगातार चल रही मुहिम का हिस्सा है। खास तौर पर सूरत में इस तरह के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसी बीच यह भी उल्लेखनीय है कि सुरेन्द्रनगर में 1500 करोड़ रुपये के घोटाले में एक नायब मामलतदार की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिससे आने वाले समय में बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। घटना के विवरण के अनुसार, शिकायतकर्ता ने अपने मुवक्किल के प्लॉट वाली जमीन में पूर्व मालिकों के नाम की कच्ची प्रविष्टि (एंट्री) को प्रमाणित कराने के लिए आवेदन किया था। इस आवेदन की कार्रवाई करने के बदले सर्कल ऑफिसर कृष्णकुमार डाभी ने शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एसीबी को दी, जिसके आधार पर एसीबी की टीम ने जाल बिछाया। अठवालाइंस स्थित उधना नायब मामलतदार कार्यालय में रिश्वत की रकम स्वीकार करते समय कृष्णकुमार डाभी को रंगेहाथ पकड़ लिया गया। बताया गया है कि यह अधिकारी हर महीने लगभग 82 हजार रुपये का सरकारी वेतन पाता है, इसके बावजूद अतिरिक्त कमाई के लिए भ्रष्टाचार में लिप्त था। एसीबी अधिकारियों के अनुसार, यह मामला राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार को उजागर करता है, खासकर भूमि और राजस्व विभागों में रिश्वतखोरी के मामले बार-बार सामने आ रहे हैं। गिरफ्तारी के बाद एसीबी ने आगे की जांच शुरू कर दी है और आरोपी के घर पर तलाशी लेने की भी तैयारी की जा रही है। यदि उसके पास से अनुपातहीन संपत्ति के सबूत मिलते हैं, तो उस दिशा में भी विस्तृत जांच की जाएगी। सतीश/24 दिसंबर