राष्ट्रीय
24-Dec-2025


:: बुधवार सुबह 10:43 बजे दर्ज हुआ 19,572 मेगावाट का रिकॉर्ड; इंदौर-उज्जैन संभाग में सर्वाधिक खपत :: इंदौर/जबलपुर (ईएमएस)। मध्यप्रदेश के ऊर्जा इतिहास में 24 दिसंबर 2025 का दिन एक बड़ी उपलब्धि के रूप में दर्ज हो गया है। प्रदेश में बिजली की मांग ने अब तक के सारे पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए 19,572 मेगावाट का नया ऑल टाइम हाई स्तर छू लिया है। विशेष बात यह रही कि रबी सीजन की सिंचाई और कड़ाके की ठंड के बीच बिजली विभाग ने इतनी विशालकाय मांग की आपूर्ति बिना किसी व्यवधान के निर्बाध रूप से सुनिश्चित की। :: 24 घंटे में टूटा पुराना रिकॉर्ड :: विद्युत प्रबंधन के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार सुबह ठीक 10:43 बजे मांग अपने चरम पर पहुँची। इससे पहले महज 24 घंटे पहले यानी 23 दिसंबर को ही 19,371 मेगावाट का रिकॉर्ड बना था, जो अगले ही दिन टूट गया। ठंड के बढ़ते असर और कृषि क्षेत्र में पंपों के निरंतर संचालन को मांग में इस उछाल का मुख्य कारण माना जा रहा है। :: मालवा-निमाड़ में सबसे ज्यादा डिमांड :: प्रदेश के तीनों वितरण कंपनियों में इंदौर और उज्जैन संभाग (पश्चिम क्षेत्र) बिजली की खपत में सबसे आगे रहे। यहाँ अकेले 7,640 मेगावाट की मांग दर्ज हुई। वहीं भोपाल-ग्वालियर संभाग (मध्य क्षेत्र) में 6,221 मेगावाट और जबलपुर-सागर-रीवा संभाग (पूर्व क्षेत्र) में 5,317 मेगावाट की मांग रही। :: मांग और आपूर्ति का संतुलन :: ------------------------------------------------------- बिजली का स्रोत आपूर्ति (मेगावाट) ------------------------------------------------------- ताप विद्युत (Thermal) 2,670 जल विद्युत (Hydro) 1,889 नवीकरणीय ऊर्जा (Green) 1,691 NTPC व अन्य बाहरी स्रोत 13,322 ------------------------------------------------------- कुल आपूर्ति 19,572 ------------------------------------------------------- कुशल प्रबंधन से निर्बाध आपूर्ति इतनी रिकॉर्ड मांग के बावजूद पावर मैनेजमेंट कंपनी ने बैंकिंग और केंद्रीय आवंटन का ऐसा सटीक तालमेल बैठाया कि प्रदेश के किसी भी हिस्से में लोड शेडिंग की स्थिति नहीं बनी। इसमें ताप और जल विद्युत के साथ-साथ सौर और पवन ऊर्जा (नवकरणीय ऊर्जा) का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिससे ग्रिड का संतुलन बना रहा। प्रकाश/24 दिसम्बर 2025