नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की है। प्रधानमंत्री ने इस विशेष अवसर पर राष्ट्र के प्रति वाजपेयी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका विराट व्यक्तित्व, जनहितैषी कार्य और कुशल नेतृत्व देश के सर्वांगीण विकास के लिए हमेशा एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाता रहेगा। सोशल मीडिया के माध्यम से अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल जी का संपूर्ण जीवन सुशासन और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित रहा है और वे देशवासियों के हृदय में सदैव जीवित रहेंगे। अटल बिहारी वाजपेयी, जिन्होंने 1996 से 2004 के बीच तीन बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देश का नेतृत्व किया, अपनी प्रखर वक्तृत्व कला और ओजस्वी कविता के लिए भी जाने जाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके इन्हीं गुणों को याद करते हुए कहा कि वे न केवल एक महान राजनेता थे, बल्कि एक ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने भारतीय राजनीति में शालीनता, वैचारिक दृढ़ता और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने के उच्च मानक स्थापित किए। उनके जीवन से प्रेरणा लेना हम सभी के लिए एक विशेष अवसर है, क्योंकि उन्होंने अपने आचरण से यह सिद्ध किया कि श्रेष्ठता पद से नहीं, बल्कि कर्मों और विचारों से आती है। 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को केंद्र सरकार सुशासन दिवस के रूप में मनाती है। इस वर्ष की जयंती विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का दौरा भी कर रहे हैं। वहां वे राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन करेंगे, जिसे भारत की महान विभूतियों की स्मृति में तैयार किया गया है। यह स्थल विशेष रूप से अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन, उनके आदर्शों और उनकी स्थायी विरासत को समर्पित है।यह परियोजना प्रधानमंत्री मोदी के उस दृष्टिकोण का हिस्सा है जिसके तहत देश की महान हस्तियों के मूल्यों को आने वाली पीढ़ियों के लिए संस्थागत रूप दिया जा रहा है। वाजपेयी का नेतृत्व भारत की लोकतांत्रिक और विकास यात्रा पर एक अमिट छाप छोड़ गया है। आज पूरा देश उनकी जयंती पर उन्हें नमन कर रहा है और सुशासन के प्रति उनके संकल्प को दोहरा रहा है। उनके दिखाए रास्ते पर चलते हुए देश आज विकास की नई ऊंचाइयों को छूने का प्रयास कर रहा है। वीरेंद्र/ईएमएस/25दिसंबर2025