राज्य
26-Dec-2025
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रहस्यमयी गुफाएं और जैव-विविधता से भरपूर जंगल बन सकते हैं विश्व धरोहर रायपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ की पहचान को वैश्विक पटल पर स्थापित करने की दिशा में बड़ी पहल तेज हो गई है। बस्तर अंचल की कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की रहस्यमयी गुफाएं और जैव-विविधता से समृद्ध प्राकृतिक जंगल को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने की प्रक्रिया निर्णायक चरण में पहुंच गई है। वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII) के वैज्ञानिक कांगेर घाटी की भू-वैज्ञानिक, जैविक और प्राकृतिक विशेषताओं पर विस्तृत शोध रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, जिसे फरवरी में पेरिस स्थित यूनेस्को विश्व धरोहर केंद्र भेजा जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर यूनेस्को द्वारा गहन तकनीकी मूल्यांकन और अंतरराष्ट्रीय मानकों पर परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद तय होगा कि कांगेर घाटी को स्थायी विश्व धरोहर सूची में शामिल किया जाए या नहीं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह प्रस्ताव स्वीकृत होता है तो यह छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। वैज्ञानिकों ने कांगेर घाटी का साइट सर्वे पूरा कर लिया है। यहां स्थित कुटमसर, कैलाश और दंडक गुफाएं पहले से ही अपनी अनूठी संरचना के लिए प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा हाल ही में खोजी गई ग्रीन गुफा और दर्जनों छोटी-बड़ी गुफाएं घाटी को और भी विशेष बनाती हैं। पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) अरुण पांडे ने बताया कि कांगेर घाटी की विशेषताओं पर वैज्ञानिकों के माध्यम से रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है उन्होंने कहा विश्व धरोहर सूची में शामिल होने से कांगेर घाटी का अंतरराष्ट्रीय महत्व बढ़ेगा और इससे पर्यटन, खासतौर पर विदेशी पर्यटन को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। इस साल खोजी गई ग्रीन गुफा को लेकर भी बड़ी तैयारी चल रही है। 26 जनवरी से पर्यटकों के लिए गुफा खोली जाएगी। इसके लिए भीतर तक पहुंचने के लिए पाथवे, सोलर लाइटिंग, और सुरक्षा के लिए स्टील रेलिंग लगाई जा रही है।अब तक गुफा में केवल वन विभाग और रिसर्च टीम ही प्रवेश कर पाई है। गुफा के भीतर की दीवारें और छत का बड़ा हिस्सा प्राकृतिक रूप से हरे रंग की परतों से ढका हुआ है, जो इसे अत्यंत दुर्लभ बनाता है। गौरतलब है कि हाल ही में बिलासपुर के पास कोपरा गांव का जलाशय छत्तीसगढ़ का पहला रामसर साइट घोषित हुआ है। अब कांगेर घाटी को यूनेस्को विश्व धरोहर का दर्जा मिलने से राज्य की प्राकृतिक धरोहरों को वैश्विक पहचान मिलने की उम्मीद और मजबूत हो गई है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)26 दिसम्बर 2025