क्षेत्रीय
26-Dec-2025
...


बालोद(ईएमएस)। जिले के कचान्दुर गांव की रहने वाली डामिन साहू अपने सात साल के बेटे पंकज साहू की जिंदगी बचाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। गंभीर बीमारी थैलीसीमिया से पीड़ित पंकज के इलाज के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट ही एकमात्र रास्ता है, जिस पर करीब 35 लाख रुपये का खर्च आएगा। इस भारी-भरकम राशि को जुटा पाना परिवार के लिए बेहद मुश्किल हो गया है। इलाज के लिए आर्थिक सहायता की उम्मीद में डामिन साहू ने कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा से मुलाकात कर शेष राशि दिलाने की भावुक अपील की। उन्होंने बताया कि शासन से अब तक 13 लाख 50 हजार रुपये की सहायता संबंधित अस्पताल के खाते में ट्रांसफर हो चुकी है, वहीं प्रधानमंत्री सहायता कोष से 3 लाख रुपये भी मिल चुके हैं। इसके बावजूद अभी भी कई लाख रुपये की कमी बनी हुई है, जिसके बिना इलाज शुरू नहीं हो सकता। डामिन साहू ने बताया कि बेटे पंकज को थैलीसीमिया के कारण हर महीने खून चढ़ाना पड़ता है, जिससे उसकी हालत लगातार कमजोर होती जा रही है। यदि समय रहते बोन मैरो ट्रांसप्लांट हो जाए, तो पंकज इस जानलेवा बीमारी से हमेशा के लिए मुक्त हो सकता है। इसके लिए परिवार को बेंगलुरु के एक बड़े अस्पताल में इलाज कराना है, जहां पूरी रकम जमा होने के बाद ही प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मां का दर्द छलक पड़ा जब उन्होंने कहा, “अगर समय पर मदद नहीं मिली तो बेटे के इलाज के लिए घर तक बेचने की नौबत आ जाएगी।” उनकी यह गुहार सुनकर कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा ने संवेदनशीलता दिखाते हुए हरसंभव सहायता दिलाने का भरोसा दिया है और मामले को प्राथमिकता से देखने की बात कही है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)26 दिसम्बर 2025