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27-Dec-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। हिमालयी क्षेत्रों में हो रही निरंतर बर्फबारी ने उत्तर और मध्य भारत के मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी है। पहाड़ से आ रही सर्द हवाओं के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और बिहार जैसे राज्य इस समय भीषण शीतलहर और घने कोहरे की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश के 68 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है, जहां विजिबिलिटी यानी दृश्यता गिरकर शून्य तक पहुंच सकती है। उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कोहरे का असर इतना अधिक है कि 10 मीटर की दूरी पर देख पाना भी मुश्किल हो रहा है। मध्य प्रदेश में भी ठंड का प्रकोप जारी है, जहां 31 शहरों में न्यूनतम तापमान 5 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। झारखंड के मैक्लुस्कीगंज में पारा गिरकर 1.7 डिग्री तक पहुंच गया है, जबकि गुमला में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया और वहां तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बिहार में कड़ाके की ठंड को देखते हुए प्रशासन ने 30 दिसंबर तक कक्षा 8 तक के स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। परिवहन सेवाओं पर इस मौसम का सबसे बुरा असर पड़ा है। घने कोहरे के कारण लंबी दूरी की ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं, वहीं हवाई सेवाओं पर भी ब्रेक लग गया है। चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पुणे, जयपुर और बेंगलुरु से आने वाली फ्लाइट्स को डायवर्ट करना पड़ा, जबकि दिल्ली जाने वाली कई उड़ानें रद्द कर दी गईं। अबू धाबी और लखनऊ जैसे शहरों की उड़ानों में भी घंटों की देरी देखी गई। सड़कों पर विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहनों की रफ्तार थम गई है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। हिमालयी राज्यों में भी बर्फबारी का सिलसिला तेज होने वाला है। उत्तराखंड के 6 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। उत्तरकाशी और चमोली में 30 और 31 दिसंबर को भारी बर्फबारी की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में भी नए साल से पहले वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय होने के चलते मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। 30 दिसंबर के बाद ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ की मोटी चादर बिछने की उम्मीद है। आने वाले दिनों में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के कारण कोल्ड-डे जैसी स्थिति बनी रहेगी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री तक नीचे गिर जाए, तो उसे कोल्ड-डे कहा जाता है। ऐसी स्थिति में दिन के समय भी अत्यधिक ठंड महसूस होती है। प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक यात्रा न करने और ठंड से बचाव के पुख्ता इंतजाम करने की सलाह दी है। वीरेंद्र/ईएमएस/27दिसंबर2025