राष्ट्रीय
27-Dec-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सैम पित्रोदा द्वारा एक समाचार चैनल के साथ साक्षात्कार में की गई टिप्पणियों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस के विदेश विभाग के अध्यक्ष ने खुलासा किया कि पार्टी ‘ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस (जीपीए) में एक ‘आधिकारिक पद रखती है और गांधी इसके अध्यक्षीय मंडल का हिस्सा हैं। भाजपा के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि राहुल गांधी के पारंपरिक पारिवारिक सलाहकार और उनकी सोच एवं मनोविज्ञान के सूत्रधार सैम पित्रोदा ने कल एक साक्षात्कार में अनजाने में कांग्रेस का असली चेहरा उजागर कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस का हिस्सा है और राहुल गांधी हाल ही में इसकी बैठक में भाग लेने के लिए जर्मनी गए थे। त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि जीपीए उन संगठनों के नेटवर्क से जुड़ा है, जो ‘भारत विरोधी विमर्श गढ़ने में लगे हुए हैं। उन्होंने मांग की कि कांग्रेस को ऐसे समूह में अपनी ‘भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस नेता की जर्मनी यात्रा के दौरान बर्लिन स्थित हर्टी स्कूल की अध्यक्ष एवं प्रोफेसर कॉर्नेलिया वोल के साथ मुलाकात का जिक्र किया। भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने भारत विरोधी ताकतों के समर्थन से सत्ता हासिल करने के दिवास्वप्न देखने शुरू कर दिए हैं, क्योंकि उन्हें कांग्रेस के साथ ऐसी सभी संभावनाएं समाप्त होती दिख रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वोल, सेंट्रल यूरोपियन यूनिवर्सिटी के न्यासियों में से एक हैं। इस यूनिवर्सिटी को अमेरिकी अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। त्रिवेदी ने कहा, ‘‘जनवरी 2020 में दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक में, जॉर्ज सोरोस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लेते हुए कहा था कि उसने दुनिया में नागरिक समाज को पुनर्स्थापित करने और राष्ट्रवादी ताकतों को खत्म करने के लिए एक अरब डॉलर रखे हैं। यह उल्लेख करते हुए कि पित्रोदा ने अपने साक्षात्कार में यह भी कहा था कि जीपीए 110 देशों के लोकतंत्रों का गठबंधन है, भाजपा नेता ने कहा कि ‘पश्चिमी दुनिया के अलावा, पूर्व में केवल भारत, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और जापान ही ‘लगातार जीवंत लोकतंत्र हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कांग्रेस से स्पष्ट जवाब चाहिए। ये 110 देश कौन से हैं, जो लोकतांत्रिक राष्ट्रों की आड़ में भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि यह (भारत) विश्व में लोकतंत्र का उद्गम स्थल है। सुबोध/ २७ -१२-२०२५