कोरबा (ईएमएस) केंद्रीय रेशम बोर्ड के नए वैज्ञानिकों को बुनियादी रेशम बीज प्रगुणन व प्रशिक्षण केंद्र पाली का भ्रमण कराया गया। यहां तसर किट के लेट एज रिपेयरिंग, कोकुन हार्वेस्टिंग और ड्रेनेज गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया। वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने तसर सेरीकल्चर गतिविधियों पर व्यावहारिक मार्गदर्शन दिया, जिससे नए वैज्ञानिकों की तकनीकी समझ में वृद्धि हो सके। रेशम क्षेत्र में क्षमता निर्माण और व्यावसायिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने ही प्रयास किया जा रहा है। केंद्रीय रेशम बोर्ड रेशम उद्योग के समग्र विकास, अनुसंधान, मानकीकरण और प्रचार का प्रमुख केंद्र है, जो किसानों, शोधकर्ताओं और उद्योग की सहायता करता है। वैज्ञानिकों को कीट पालन, प्रसंस्करण और गुणवत्ता सुधार के संबंध में भी अवगत कराया। प्रशिक्षण में 30 से अधिक वैज्ञानिक शामिल हुए।