अंतर्राष्ट्रीय
28-Dec-2025
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ढाका,(ईएमएस)। बांग्लादेश की राजनीति में पिछले तीन दशकों से महिलाओं का वर्चस्व रहा है। शेख हसीना और खालिदा जिया के लंबे शासनकाल के बाद अब देश की सियासी बिसात पर एक और युवा महिला चेहरे की एंट्री की संभावनाओं ने हलचल पैदा कर दी है। माना जा रहा है कि जाइमा युवाओं को एक नया वीजन देकर उनका समर्थन जुटाने में कामयाब हो सकतीं हैं। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेता तारिक रहमान की 17 साल बाद लंदन से स्वदेश वापसी के बाद उनकी बेटी, जाइमा रहमान के सक्रिय राजनीति में आने की चर्चाएं जोरों पर हैं। वर्तमान चुनावी रुझान संकेत दे रहे हैं कि आगामी चुनावों में बीएनपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है, और ऐसे समय में जाइमा की मौजूदगी पार्टी के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकती है। 30 वर्षीय जाइमा रहमान पेशे से बैरिस्टर हैं और उन्होंने लंदन की प्रतिष्ठित क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की है। हाल के दिनों में जाइमा अपने पिता तारिक रहमान के साथ बीएनपी की महत्वपूर्ण बैठकों और राजनीतिक कार्यक्रमों में लगातार नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर उनकी अपने माता-पिता के साथ तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं, जिसे उनके राजनीतिक लॉन्च के तौर पर देखा जा रहा है। विशेष रूप से, शेख हसीना के तख्तापलट में युवाओं की अहम भूमिका को देखते हुए, बीएनपी जाइमा के माध्यम से युवा और महिला वोटरों को अपने पाले में करने की रणनीति बना रही है। जाइमा रहमान की राजनीति में आने की अटकलों को तब और बल मिला जब उन्होंने हाल ही में एक फेसबुक पोस्ट साझा की। इस पोस्ट में उन्होंने अपनी जड़ों से जुड़ाव व्यक्त करते हुए लिखा, मैं कभी भी अपनी जड़ों को नहीं भूली और मैं बांग्लादेश के पुनर्निर्माण में अपनी भूमिका निभाना चाहती हूं। इसके अलावा, शनिवार को वह अपने पिता के साथ चुनाव आयोग के कार्यालय भी पहुंचीं और खुद को एक मतदाता के रूप में पंजीकृत कराया। यह कदम स्पष्ट रूप से उनके भविष्य के राजनीतिक इरादों की ओर इशारा करता है। बीएनपी के भीतर यह माना जा रहा है कि जाइमा की साफ-सुथरी छवि पार्टी के लिए बहुत फायदेमंद होगी। जहां एक ओर विरोधी दल तारिक रहमान को भ्रष्टाचार के पुराने आरोपों को लेकर घेरने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं जाइमा अपनी आधुनिक शिक्षा और निर्विवाद व्यक्तित्व के साथ पार्टी का बचाव कर सकती हैं। जाइमा केवल ढाका में ही नहीं, बल्कि विदेश में रहते हुए भी पार्टी की वर्चुअल बैठकों और प्रवासी वोटरों के साथ संवाद में सक्रिय रही हैं। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना रही हैं, जिसकी झलक तब मिली जब उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट कार्यक्रम में देखा गया था। जब तारिक रहमान से जाइमा की राजनीतिक पारी के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने इसे पूरी तरह नकारा नहीं और कहा कि यह समय और परिस्थितियों पर निर्भर करता है। बांग्लादेश का इतिहास गवाह है कि यहाँ की जनता ने हमेशा प्रभावशाली महिला नेतृत्व को स्वीकार किया है। खालिदा जिया की राजनीतिक विरासत को संभालने की दिशा में जाइमा का बढ़ता कदम न केवल बीएनपी को मजबूती दे सकता है, बल्कि बांग्लादेश की सत्ता संरचना में एक नया अध्याय भी लिख सकता है। 12 फरवरी को होने वाले चुनावों से पहले जाइमा रहमान की यह सक्रियता विपक्षी खेमे, विशेषकर अवामी लीग और जमात-ए-इस्लामी के लिए चिंता का सबब बनी हुई है। वीरेंद्र/ईएमएस/28दिसंबर2025 -----------------------------------