राष्ट्रीय
28-Dec-2025


* 100% विद्युतीकरण से लेकर रिकॉर्ड अवसंरचना, समयपालन में शीर्ष प्रदर्शन और डिजिटल परिवर्तन तक, पश्चिम रेलवे ने रचा नया मानक अहमदाबाद (ईएमएस)| कैलेंडर वर्ष 2025 पश्चिम रेलवे के लिए एक ऐतिहासिक और परिवर्तनकारी वर्ष के रूप में दर्ज हुआ, जिसमें राष्ट्रीय महत्व की उपलब्धियाँ, रिकॉर्ड अवसंरचना विकास, परिचालन उत्कृष्टता, यात्री सुरक्षा, डिजिटल शासन और सतत विकास पर निरंतर फोकस देखने को मिला। राष्ट्रीय उपलब्धियाँ: पश्चिम रेलवे ने अपने संपूर्ण ब्रॉड गेज नेटवर्क का 100% विद्युतीकरण प्राप्त कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। साथ ही रु. 21,405 करोड़ की लागत से विकसित दाहोद लोको मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का निर्माण पूरा हुआ, जो 9000 हॉर्स पावर के आधुनिक विद्युत इंजनों के निर्माण के लिए समर्पित है और ‘मेक इन इंडिया’ को मजबूती देती है। अवसंरचना में रिकॉर्ड विस्तार: वर्ष के दौरान 234 किलोमीटर नई लाइनें, दोहरीकरण और गेज परिवर्तन कार्य पूरे किए गए। 138 रोड ओवर/अंडर ब्रिज, 114 समपार फाटकों का उन्मूलन और 660 किलोमीटर फेंसिंग से सुरक्षा और क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। गुजरात में 100% विद्युतीकरण भी पूर्ण हुआ। परिचालन उत्कृष्टता: भारी मानसून और उच्च यात्री दबाव के बावजूद पश्चिम रेलवे ने समयपालनता में देशभर में नेतृत्व किया। नवंबर 2025 में मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की समयपालनता लगभग 97% रही, जो सभी ज़ोनल रेलों में सर्वोच्च रही। मुंबई उपनगरीय नेटवर्क: प्रतिदिन 30 लाख से अधिक यात्रियों को सेवा देने वाला मुंबई उपनगरीय नेटवर्क मानसून के दौरान भी अधिकांशतः निर्बाध रूप से संचालित रहा। यात्री सेवाओं का विस्तार: उधना–ब्रह्मपुर अमृत भारत एक्सप्रेस, भावनगर–अयोध्या नई रेल सेवा, नई मेमू सेवाएँ और लगभग 7000 हॉलिडे स्पेशल ट्रेनों के संचालन से यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और सुविधा मिली। डिजिटल और स्मार्ट गवर्नेंस: सुगम रेल प्लेटफॉर्म, 100% डिजिटल टिकट जांच, रेल मदद में लगातार पाँचवीं बार नंबर वन रैंक और मुंबई सेंट्रल पर डिजिटल लाउंज जैसी पहलें डिजिटल परिवर्तन की पहचान बनीं। सुरक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण: आरपीएफ ने ऑपरेशन जीवन रक्षा, नन्हे फरिश्ते और अमानत के तहत उल्लेखनीय कार्य किए। राजकोट अस्पताल सहित कई प्रयोगशालाओं को एनएबीएल मान्यता मिली और मुंबई सेंट्रल में भारतीय रेलवे की पहली अवेक क्रैनियोटोमी सफलतापूर्वक की गई। हरित और सतत पहल: 100% विद्युतीकरण, ग्रीन पावर उपयोग, सौर ऊर्जा, जल पुनर्चक्रण और 98 ‘ईट राइट’ प्रमाणनों के साथ पश्चिम रेलवे ने पर्यावरणीय जिम्मेदारी में भी अग्रणी भूमिका निभाई। विरासत, समावेशिता और खेल: बांद्रा स्टेशन महोत्सव, रतलाम स्टेशन का शताब्दी वर्ष, महिला सशक्तिकरण पहलें और अंतरराष्ट्रीय खेल उपलब्धियों ने पश्चिम रेलवे की सामाजिक और सांस्कृतिक प्रतिबद्धता को उजागर किया। 100% विद्युतीकरण, रिकॉर्ड अवसंरचना, समयपालन में नेतृत्व, डिजिटल नवाचार और जन-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ वर्ष 2025 पश्चिम रेलवे की यात्रा में एक मील का पत्थर बनकर उभरा, जिसने भविष्य के विकास के लिए एक मजबूत और लचीला आधार तैयार किया। सतीश/28 दिसंबर