* केन्द्रीय गृह मंत्री ने अहमदाबाद को दी 330 करोड़ की विकास सौगात, 15 लाख नागरिकों को मिलेगी राहत * वणझर गांव के पुनर्वासित परिवारों को 50 साल बाद मिला मालिकाना हक * वेस्टर्न ट्रंक मेन लाइन सहित विकास परियोजनाओं का लोकार्पण * 2025 बना अहमदाबाद के लिए विकास और वैश्विक गौरव का वर्ष : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल अहमदाबाद (ईएमएस)| केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के करकमलों से मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में रविवार को अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा 330 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण, ई-लोकार्पण, गणेशजी की मूर्ति का अनावरण तथा नवी वणझर गांव के पुनर्वासित निवासियों को सनद वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम अंतर्गत अहमदाबाद शहर के पश्चिम एवं दक्षिण-पश्चिम क्षेत्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण वेस्टर्न ट्रंक मेन लाइन प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा “हृदय को आनंद देने वाला यह छोटा, लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। 1973 की साबरमती बाढ़ त्रासदी में जिन नागरिकों का सब कुछ नष्ट हो गया था, उन्हें आज 50 वर्षों बाद प्लॉट का मालिकाना अधिकार मिला है। इतने बड़े अहमदाबाद शहर में 173 लाभार्थी संख्या में भले ही कम लगें, लेकिन उनके लिए यह क्षण अत्यंत ऐतिहासिक और भावनात्मक है। शाह ने इस संवेदनशील निर्णय के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि अमित ठाकर, अहमदाबाद की महापौर तथा म्युनिसिपल कमिश्नर को अभिनंदन दिया। उन्होंने कहा कि पांच दशकों से चली आ रही समस्या का आज स्थायी समाधान हुआ है, जो संवेदनशील शासन का प्रमाण है। अमित शाह ने इस कार्यक्रम में राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी ने सवाल किया था कि हर बार हम ही चुनाव क्यों हार जाते हैं? यह सवाल आपको खुद से पूछना चाहिए था, लेकिन आपने मुझसे पूछ लिया। राहुल बाबा, अगर आप इस कार्यक्रम को ध्यान से देखेंगे तो आपको समझ आ जाएगा कि आप हर बार चुनाव क्यों हारते हैं। 1973 में जिन लोगों ने आपको बसाया था, उन्हें खोजकर उन्हें प्रमाण-पत्र देने का काम नरेंद्र मोदी की पार्टी ने किया। इसके लिए कोई बड़ा आंदोलन भी नहीं किया गया। वणझर में मैं कई बार आया हूं, लेकिन वहां किसी ने मांग भी नहीं की थी। इसके बावजूद वर्षों पुरानी मांग को संवेदनशीलता के साथ पूरा किया गया। उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम अहमदाबाद के लगभग 15 लाख नागरिकों के लिए पहले गटर के पानी की निकासी की कोई सुगठित व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी। वर्ष 2000 से 2005 के दौरान शेला से चांदखेडा तक के क्षेत्रों में तीव्रता से शहरीकरण हुआ, लेकिन संपूर्ण ड्रेनेज व्यवस्था विकसित करने के लिए बड़े बजट और लंबे समय की आवश्यकता थी। कई स्थानों पर गटर ओवरफ्लो की स्थिति देखकर उन्हें सांसद के रूप में पीड़ा होती थी। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में लोग अच्छा और स्वस्थ जीवन जी सकें; ऐसे वातावरण के निर्माण के लिए अमृत योजना सहित शहरी विकास योजनाओं का व्यापक उपयोग किया गया है। लगभग 400 करोड़ रुपए के खर्च से 1200 से 1800 मिली मीटर व्यास की विशाल आरसीसी पाइपलाइनें बिछाई गई हैं। इसके परिणामस्वरूप गोता, चांदलोडिया, साइंस सिटी, साउथ बोपल, भाडज, हेबतपुर, थलतेज, बोपल-घुमा, बोडकदेव, वेजलपुर, सरखेज, मक्तमपुरा, महमदपुरा, फतेहवाडी, शांतिपुरा और सनाथल सहित क्षेत्रों के लगभग 15 लाख नागरिकों को ड्रेनेज ओवरफ्लो और गंदे पानी की समस्या से स्थायी राहत मिलेगी। शाह ने कहा, “वर्षों पुरानी मांगों का संवेदनशीलता के साथ समाधान होना; प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्थापित संवेदनशील विकास की राजनीति का परिणाम है। जनता मांग करे या न करे, फिर भी उनकी समस्याओं का समाधान करने की कार्य संस्कृति उन्होंने गुजरात से लेकर समग्र देश में विकसित की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि वर्ष 2025 विदा ले रहा है और यह वर्ष अहमदाबाद के लिए विकास की छलांग तथा विश्व स्तर पर गौरव का वर्ष सिद्ध हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में सरकार इस संकल्प के साथ कार्य कर रही है कि सामान्य नागरिकों की रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी जरूरतें सरलता से पूरी हों। उन्होंने कहा कि आदरणीय मोदी साहब ने हर निर्णय के केंद्र में जनसामान्य नागरिक के हित को रखा है। इसी दृष्टिकोण के कारण नागरिकों के जीवन को अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने वाली सुविधाओं में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के प्रयासों से गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र सबसे हरित क्षेत्र बना है। मियावाकी पद्धति से वन एवं ऑक्सीजन पार्क आदि के माध्यम से ग्रीन कवर बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वणझर गांव के नागरिकों को आज सनद प्राप्त हुई है, जो इस विचार को दर्शाती है कि “जो लोगों के दुःख को समझे, वही सच्चा लोकसेवक होता है।” शहरी विकास बजट में पिछले वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत वृद्धि कर 30,000 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है तथा वर्ष 2025 को शहरी विकास वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। आने वाले समय में अहमदाबाद कई अंतरराष्ट्रीय खेलों का केंद्र बनेगा, ऐसे में उन्होंने नागरिकों से शहर को स्वच्छ, सुंदर और हरियाला बनाने का सामूहिक संकल्प लेने का अनुरोध किया। सतीश/28 दिसंबर