ऋषिकेश(ईएमएस)। बीते कई दिनों से ऋषिकेश की आबादी वाले इलाके का सर्वे चल रहा है। प्रशासन का कहना है कि ये वनभूमि है उसकी नापती की जा रही है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि हम इस जमीन पर सालों से रह रहे हैं प्लाट खरीदने और मकान में बनाने में लाखों रुपए खर्च किए हैं, अब अचानक हमारी जमीन हथियाने की नियत से ये सर्वे शुरु किया गया है। उन्हे डर है कि कहीं उनकी जमीन उनके हाथों से न चली जाए। इसी बात से नाराज लोगों ने सड़क और रेल मार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस जाम खुलवाने गई तो भीड़ ने पथराव कर दिया। हालात इतने ज्यादा बिगड़े कि इसमें कई लोगों को चोटें भी आई हैं। गुस्साई भीड़ मनसा देवी तिराहे पर हरिद्वार-ऋषिकेश रेलवे ट्रैक पर जाम लगाने पहुंचे। ट्रेनें रुकी, तो पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ के जवान मौके पर पहुंचे। चार घंटे तक ट्रैक जाम हुआ, तो पुलिस अधिकारियों ने आक्रोशित लोगों से वार्ता कर ट्रैक हटने का आग्रह किया। बातचीत में अचानक जबरदस्ती हुई, तो भीड़ से पुलिसकर्मियों पर पत्थर चल गया। अफरा-तफरी के बीच अचानक ताबड़तोड़ पत्थरबाजी होते ही पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ के जवान जान बचाने के लिए दौड़ पड़े।पत्थरबाजों ने पुलिस को रेलवे ट्रैक से खदेड़ते हुए हरिद्वार-ऋषिकेश हाईवे तक पहुंचा दिया। यहां तक भी कुछ आक्रोशित लोगों ने जवानों पर पत्थरबाजी की, जिसमें सीओ डॉ. पूर्णिमा गर्ग समेत अन्य जवान बालबाल बचे। भीड़ के हाईवे तक पहुंचने पर पुलिस फोर्स ने उन्हें वापस ट्रैक की तरफ दौड़ दिया। करीब घंटेभर तक पत्थरबाजी और अफरा-तफरी का सिलसिला जारी रहा, अचानक हुई पत्थरबाजी से हरिद्वार बाईपास मार्ग से लेकर ऋषिकेश-हरिद्वार हाईवे पर भी अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। पत्थरबाजी से पांच पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। ट्रैक पर ही रुकी ट्रेनों में सवार विभिन्न राज्यों के यात्रियों में दशहत का माहौल दिखा। हालांकि, शाम करीब छह बजे एसएसपी अजय सिंह के पहुंचने के बाद ट्रैक के साथ ही सड़कों से भीड़ छंट गई। उन्होंने पुलिस जवानों के साथ अमितग्राम समेत सर्वे से संबंधित क्षेत्रों में फ्लैग मार्च भी किया। एसएसपी ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों का आवागमन सुचारू कर दिया गया है। हाईवे और बाईपास मार्ग भी वाहनों की आवाजाही शुरू हो चुकी है। खड़ी रही योगा एक्सप्रेस, चंदौसी हरिद्वार से लौटी वनभूमि सर्वे को लेकर हुए बवाल में आधा दर्जन एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का संचालन ठप रहा। इसमें चंदौसी-ऋषिकेश पैंसेजर ट्रेन ऋषिकेश तक पहुंची ही नहीं। इस ट्रेन को हरिद्वार से लौट दिया गया। जबकि, गंगा नगर एक्सप्रेस ट्रेन भी ट्रैक खुलने के इंतजार में ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। आक्रोशित भीड़ ट्रैक पर जमा होने से बाड़मेर मनसा देवी, तो कोच्चीवली वीरभद्र स्टेशन पर दोपहर से जमी रही। योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से दिन में करीब चार बजे चलने वाली योग एक्सप्रेस ट्रेन भी स्टेशन से आगे नहीं बढ़ पाई। इस ट्रेन के यात्री ट्रैक खुलने के इंतजार में दिखे। बाड़मेर एक्सप्रेस ट्रेन में सवार यात्री भी मनसा देवी फाटक के नजदीक ही घंटों रुकने के बाद ट्रेन के नहीं चलने से न सिर्फ परेशान हुए बल्कि उन्हें अन्य समस्याएं भी झेलनी पड़ी। वीरेंद्र/ईएमएस/29दिसंबर2025