क्षेत्रीय
29-Dec-2025
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श्रद्धा और भक्ति से सराबोर हुआ श्रीमद् भागवत कथा का दूसरा दिन दमोह (ईएमएस)। नगर के चरहाई बाजार में चल रही आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक रविकृष्ण शास्त्री ने अत्यंत भावपूर्ण और सरल शैली में कथा का प्रवचन करते हुए श्रोताओं को भक्ति, ज्ञान और वैराग्य के मार्ग से परिचित कराया। कथा के दौरान राजा परीक्षित के जन्म का दिव्य प्रसंग सुनाया गया, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण की कृपा और भक्तवत्सलता का सुंदर वर्णन हुआ। इसके पश्चात् शुकदेव जी के आगमन की कथा ने श्रोताओं को यह संदेश दिया कि सच्चा ज्ञान वही है जो आत्मा को परमात्मा से जोड़ दे। दूसरे दिन विदुरदृकुंती संवाद का भी मार्मिक वर्णन किया गया, जिसमें संसार की नश्वरता और भक्ति की शाश्वत महिमा पर प्रकाश डाला गया। साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के प्रसंग सुनकर पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। बाल गोपाल की लीलाओं में छिपा प्रेम, सरलता और ईश्वर की निकटता का संदेश सभी के हृदय को छू गया। कथा के मध्य मधुर भजनों और संकीर्तन ने वातावरण को और भी भक्तिमय बना दिया। भजनों पर श्रद्धालु झूमते नजर आए और पूरा पंडाल “राधे-राधे” व “हरे कृष्ण” के जयकारों से गूंज उठा। कथावाचक ने अपने प्रवचन में कहा कि श्रीमद् भागवत कथा केवल एक कथा नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने वाला दिव्य मार्ग है, जो मनुष्य को भक्ति, सदाचार और आत्मिक शांति की ओर ले जाता है। कथा का दूसरा दिन श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक आनंद और आंतरिक शांति का अनुभव बनकर यादगार रहा। ईएमएस/मोहने/ 29 दिसंबर 2025