-अक्टूबर माह का अनुपूरक पुष्टाहार 24 दिसंबर तक नहीं किया गया वितरित एटा,(ईएएमस)। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में बड़ी लापरवाही सामने आई है। सकीट विकासखंड में बाल विकास परियोजना कार्यालय पर अक्टूबर माह का पुष्टाहार वितरित नहीं कराया गया। निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने बाल विकास परियोजना अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बताया गया है कि सकीट परियोजना पर अक्टूबर माह का अनुपूरक पुष्टाहार 18 दिसंबर को पहुंच गया था। इसके बावजूद इसका वितरण 24 दिसंबर तक नहीं किया गया। इसी दौरान विभाग द्वारा नवंबर माह के पुष्टाहार की आपूर्ति भी परियोजना के लिए कर दी गई और वाहन पुष्टाहार सामग्री लेकर कार्यालय पहुंचा था। आरोप है कि बाल विकास परियोजना अधिकारी मधुबाला वार्ष्णेय द्वारा पोषाहार की अनलोडिंग नहीं कराई और वाहन को वापस कर दिया। पोषाहार आपूर्ति करने वाली फर्म द्वारा इस संबंध में निदेशालय को जानकारी दी गई तो मामले का खुलासा हुआ। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विभागीय निर्देश की अनुरूप परियोजना पर पोषाहार प्राप्त होने के बाद 48 घंटे में उप-जिलाधिकारी या नामित अधिकारी द्वारा भौतिक सत्यापन किया जाना जरुरी है। किसी कारण से सत्यापन नहीं होता है तो पोषाहार का वितरण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हो जाना चाहिए, लेकिन बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा छह दिन बाद भी पोषाहार का वितरण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नहीं किया गया। ऐसी स्थिति में लाभार्थी पोषाहार से वंचित रहे और दूसरे महीने की आपूर्ति भी प्रभावित हुई। इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए निदेशक ने बाल विकास परियोजना अधिकारी सकीट को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच जिला कार्यक्रम अधिकारी लखीमपुर खीरी को सौंप दी है। सिराज/ईएमएस 30दिसंबर25