राज्य
30-Dec-2025
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जबलपुर, (ईएमएस)। श्री बगलामुखी सिद्ध पीठ शंकराचार्य मठ सिविक सेंटर में ब्रह्मलीन जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का दण्ड दीक्षा - संन्यास दिवस मनाया गया। इस अवसर पर ब्रह्मचारी सुबुध्दानन्द महाराज एवं ब्रह्मचारी चैतन्यानंद महाराज ने अपने करकमलों से महाराज का पादुका पूजन कर महाआरती की।सभी भक्तों ने पूजन कर धर्म लाभ अर्जित किया। ब्रह्मचारी सुबुध्दानन्द महाराज श्री ने बताया कि भारतीय इतिहास में एकता के प्रतीक श्रीमदादिशङ्कराचार्य द्वारा स्थापित अद्वैत मत को सर्वश्रेष्ठ जानकर, आज के विखण्डित समाज में पुनः शङ्कराचार्य के विचारों के प्रसार को आवश्यक जान और तत्त्वचिन्तन के अपने संकल्प की पूर्ति हेतु ईसवी सन् 1950 में ज्योतिष्पीठ के तत्कालीन शङ्कराचार्य स्वामी श्री ब्रह्मानन्द सरस्वती जी महाराज से कोलकाता में गंगा तट पर विधिवत् दण्ड संन्यास दीक्षा लेकर आप स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती नाम से प्रसिद्ध हुए। आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार पीठों की परम्परा में एक साथ दो पीठों पर विराजने वाले शङ्कराचार्य के रूप में प्रसिद्ध हुए। महाराज श्री करोड़ों सनातन हिन्दू धर्मावलम्बियों के प्रेरणापुंज और उनकी आस्था के स्तम्भ हैं; उनके विषय में सम्पूर्णता के दावे के साथ कुछ भी लिख पाना किसी के लिए भी असम्भव है। पूजन में उप आचार्य राजेन्द्र शास्त्री, अखिलेश त्रिपाठी, भारत सिंह यादव, अमित जसुजा, जय सचदेवा, ऋचा मिश्रा, संगीता त्रिपाठी, प्रीति साहू, रोहित तिवारी, रिया तिवारी,मनोज सेन आदि उपस्थित थे। शहबाज रहमानी / 30 दिसंबर 2025/ 09.00