राज्य
30-Dec-2025
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:: प्रशासन के निर्णय को बताया तुगलकी फरमान; आरोप- सिटी बसों को फायदा पहुँचाने के लिए जनता की जेब पर डाका डालने की तैयारी :: इंदौर (ईएमएस)। स्वच्छता में सिरमौर इंदौर अब एक बड़े यातायात संग्राम की ओर बढ़ रहा है। जिला प्रशासन, परिवहन विभाग और यातायात पुलिस द्वारा बैटरी रिक्शा संचालन को 10 सेक्टरों में बांटने के आदेश ने शहर के 10,500 रिक्शा चालकों को सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया है। इंदौर बैटरी ऑटो रिक्शा चालक महासंघ ने इस विभाजन को पूरी तरह अव्यावहारिक बताते हुए आगामी 12 जनवरी को व्यापार-व्यवसाय बंद कर जंगी प्रदर्शन का ऐलान किया है। महासंघ का आरोप है कि यह कदम यातायात सुधार के लिए नहीं, बल्कि निजी बस ऑपरेटरों को लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से उठाया गया है। :: जनता पर बोझ, कनेक्टिविटी ध्वस्त :: सोमवार को इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष राजेश बिड़कर ने प्रशासनिक रणनीति की बखिया उधेड़ी। उन्होंने कहा, इंदौर जैसे महानगर को 10 संकीर्ण सेक्टरों में बांटना भौगोलिक और आर्थिक रूप से आत्मघाती है। यदि कोई नागरिक विजयनगर से राजवाड़ा जाना चाहता है, तो उसे इस नियम के कारण कम से कम तीन बार रिक्शा बदलना होगा। इससे न केवल समय की बर्बादी होगी, बल्कि आम जनता को तीन गुना किराया भी देना होगा। महासंघ ने प्रस्ताव दिया है कि शहर को केवल पूर्वी और पश्चिमी जैसे दो बड़े जोन में बांटा जाए, ताकि सीधी कनेक्टिविटी मिल सके। :: जाम की जड़ बसें, निशाना ऑटो :: बिड़कर ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अधिकारियों ने इंदौर को प्रयोगशाला बना दिया है। उन्होंने आंकड़ों के साथ दावा किया कि शहर में यातायात जाम की मुख्य वजह सिटी बसें हैं, जो सवारी भरने के लिए सड़क के बीचों-बीच खड़ी हो जाती हैं। प्रशासन ने आज तक 10 हजार रिक्शा के लिए एक भी यात्री प्रतीक्षालय नहीं बनाया है। इसके अभाव में पुलिस द्वारा की जा रही चालानी कार्यवाही चालकों का मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न है। महासंघ ने स्पष्ट किया कि यह पूरी योजना सिटी बसों के गिरते मुनाफे को कृत्रिम रूप से बढ़ाने के लिए बनाई गई है। :: महासंघ : अनुशासन का रोडमैप :: विरोध के बीच महासंघ ने जिम्मेदारी दिखाते हुए सुधार के 3 ठोस संकल्प भी दोहराए: वर्दी की अनिवार्यता : पहचान हेतु सभी चालकों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य हो। कठोर कार्यवाही : नशे में वाहन चलाने और नाबालिग ड्राइवरों पर पुलिसिया कार्यवाही का महासंघ पूर्ण समर्थन करेगा। दस्तावेजों के लिए मोहलत : लंबित फिटनेस और इंश्योरेंस के लिए प्रशासन से एक माह का ग्रेस पीरियड मांगा गया है। :: गांधी हॉल पर जुटेगी भीड़ :: 12 जनवरी को शहर की लाइफलाइन कहे जाने वाले बैटरी रिक्शा पूरी तरह बंद रहेंगे। हजारों चालक गांधी हॉल पर शक्ति प्रदर्शन करेंगे और वहां से रैली के रूप में कमिश्नर कार्यालय पहुँचकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से श्याम कुशवाह, रोहित यादव, सुमित साहू, प्रदीप कोण्डला और आदित्य पवार उपस्थित थे। प्रकाश/30 दिसम्बर 2025