राज्य
30-Dec-2025
...


आईएसबीटी स्थित निगम सभाकक्ष में सम्पन्न हुआ सुशासन सम्मेलन भोपाल(ईएमएस)। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में नगर निगम, भोपाल द्वारा आई.एस.बी.टी स्थित निगम सभाकक्ष में सुशासन सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में मुख्य वक्ता रजनीश अग्रवाल ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन, आदर्श, विचारों के साथ ही सुशासन एवं उसके महत्व पर अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। सम्मेलन में महापौर श्रीमती मालती राय, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, निगम आयुक्त श्रीमती संस्कृति जैन, महापौर परिषद के सदस्य एवं भाजपा जिला अध्यक्ष रविन्द्र यती, महापौर परिषद के सदस्य मनोज राठौर ने भी अपने विचार व्यक्त किए जबकि निगम आयुक्त श्रीमती संस्कृति जैन ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। सम्मेलन में निगम के सभी अपर आयुक्तगण श्रीमती अंजू अरूण कुमार, तन्मय वशिष्ट शर्मा, वरूण अवस्थी, हर्षित तिवारी, गुणवंत सेवतकर सहित निगम के अन्य अधिकारी व बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में नगर निगम, भोपाल द्वारा मंगलवार को आई.एस.बी.टी स्थित निगम के सभाकक्ष में आयोजित सुशासन सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं विचारक रजनीश अग्रवाल ने कहा कि मनुष्य को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की परम्परा सदियांे पुरानी है परंतु यह सुशासन की श्रेणी में नहीं आता। मनुष्य के शरीर को धन-धान्य व खाद्याé, मन को मान-सम्मान, बुद्धि को विवेक और ज्ञान तथा आत्मा को भगवान मिले तब सुशासन स्थापित होता है। अग्रवाल ने कहा कि हमें भी अपने आपको आईने में देखना चाहिए कि हम सुशासन के लिए क्या कर रहे है। श्री अग्रवाल ने भारत रत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन, व्यक्तित्व, आदर्श, विचारों पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रद्धेय वाजपेयी जी साधारण परिवार से संबंध रखते है परंतु उन्होंने अपने विचारों और सभी के हितों के बारे में सोच रखते हुए न सिर्फ भारत को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया बल्कि सुशासन की भी स्थापना की। अग्रवाल ने कहा कि स्व.वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री के रूप में देश को परमाणु शक्ति के रूप में स्थापित किया और पोखरण में एक के बाद दो परमाणु परीक्षण कराए। स्व.वाजपेयी के कार्यकाल में आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद भी विदेशी मुद्रा का भंडार भरा हुआ था। उन्होंने देश में मोबाइल क्रांति के साथ ही जय-जवान जय-किसान के साथ जय-विज्ञान का मंत्र जोड़ा और किसानों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने हेतु किसान क्रेडिट कार्ड, ग्रामीण सड़क योजना, ग्रामीण रोजगार योजना जैसी अनेक योजनाओं को मूर्तरूप दिया। स्व.वाजपेयी ने देश की भावी पीढ़ी को सुशिक्षित बनाने हेतु 14 वर्ष तक के बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिया और स्कूल चले हम और सर्वशिक्षा अभियान जैसे कार्यक्रम भी चलाए। अग्रवाल ने कहा कि राम जन्म भूमि के पुरातात्विक दस्तावेज भी सुप्रीम कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किए और इन्हीं दस्तोवजों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्म भूमि के संबंध में निर्णय भी दिया। रजनीश अग्रवाल ने स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन के संदर्भ में कहा कि हमें भी अपने कर्तव्य बोध को समझने के लिए, आगे चलने के लिए, समाज, परिवार व देश के लिए अपना सब कुछ समर्पित करके ही सुशासन को स्थापित करना होगा जैसे के हमारे देश के अनेक नेताओं, अधिकारियों, कर्मचारियों ने अपने कौशल, विचार एवं नवाचारों के माध्यम से किया है। अग्रवाल ने कहा कि मेरा मानना है कि मध्यप्रदेश को भी बीमारू राज्य की श्रेणी से उभारने में हमारे अधिकारियों एवं कर्मचारियों का भी बडा योगदान है। अधिकारी, कर्मचारी लोगों का आक्रोश, क्रोध झेलते है लेकिन संयम नहीं खोते और काम करते जाते है। श्री अग्रवाल ने कहा कि ऐसे ही समर्पित भाव से हमारे जनप्रतिनिधि भी कार्य कर रहे है। श्री अग्रवाल ने नगर निगम द्वारा स्थापित किए गए कीर्तिमानों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कीर्तिमान और स्थापित किए जाए और सुशासन के साथ भारतीय तत्व, भारतीय समझ व भारतीयता के साथ सुशासन को स्थापित करना है। श्री अग्रवाल ने महापौर, पार्षदों एवं जनप्रतिनिधियों के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि भोपाल की महापौर एक पारिवारिक महिला है और पारिवारिक महिला होने के कारण उनके लिए यह बड़ी चुनौती है और वह इन चुनौतियों को पार करके सेवा और सुशासन के लक्ष्य की प्राप्ति कर रही है। श्री अग्रवाल ने कहा कि एक जैसी कार्य करने की ललक और भावना को ही स्थापित करने की दृष्टि से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश भर में सुशासन वर्ष के रूप में यह वर्ष मना रही है। इसी तारतम्य में नगर निगम द्वारा भी सुशासन दिवस पर कार्यक्रम किया गया है। श्री अग्रवाल ने स्व.अटल बिहारी वाजपेयी को कुशल प्रशासक, दूरदृष्टा नेता निरूपित करते हुए कहा कि हमें भी इसी संदर्भ में कार्य करना है और नगर निगम, भोपाल को विकास की नई ऊंचाईयों और नये कीर्तिमानों को गढ़ने का अवसर प्रदान करना है। इससे पहले महापौर श्रीमती मालती राय ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पारदर्शी शासन को बढ़ावा देना, जवाबदेही सुनिश्चित करना, योजनाओं का हितग्राहियों तक प्रभावी ढंग से लाभ पहुंचाना और जनता की सेवा करना और भारत को विकसित बनाना स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी का सपना था। श्रीमती राय ने कहा कि देश के नागरिकों की सुविधा के दृष्टिगत ग्रामीण सड़क योजना के माध्यम से गांव से गांव को जोड़ने का कार्य भी स्व.वाजपेयी जी ने किया। स्व.अटल जी ने गरीबों के ईलाज के लिए आयुष्मान योजना एवं नागरिकों की सुरक्षा के लिए सर्विलांस की स्ािापना जैसे कार्य किए है। श्रीमती राय ने कहा कि चाहे जनप्रतिनिधि, अधिकारी हो या कर्मचारी हो मस ब सुशासन के तहत ही दायित्वों का निर्वहन करते हुए जनता की सेवा कर रहे है। श्रीमती राय ने कहा कि मस ब अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करें और जनता तक योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ पहुंचाएं यही स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्म जयन्ती को पूरा देश सुशासन दिवस के रूप में मना रहा है। श्री सूर्यवंशी ने कहा कि स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी का कार्यकाल शासन के कार्यों में सुशासन की स्थापना को परिलक्षित करता है। श्री सूर्यवंशी ने कहा कि स्व.वाजपेयी जी के कार्यकाल में भारत ने पोखरण परीक्षण कर दुनिया को यह दिखाया कि हम शक्ति से शांति की ओर जाना चाहते है। श्री सूर्यवंशी ने कहा कि स्व.वाजपेयी ने ग्रामीण सड़क योजना जैसी अनेक योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों का विकास कराया। श्री सूर्यवंशी ने स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व और विचारों की सराहना करते हुए कहा कि स्व.वाजपेयी जी के आदर्शों एवं विचारों के कारण ही विपक्षी दल भी उन्हें अपना विरोधी नहीं बल्कि अपना ही मानते थे। सूर्यवंशी ने कहा कि वास्तविक तौर पर जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निराकृत करने हेतु यदि हम कार्य कर रहे है तो हम सुशासन की दिशा में काम कर रहे है। इस अवसर पर महापौर परिषद के सदस्य एवं भाजपा के जिला अध्यक्ष रविन्द्र यती ने स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्व.वाजपेयी जी का व्यक्तित्व ऐसा था कि जिसके सामने विपक्षी भी सम्मान से अपना सर झुकाते थे। स्व.वाजपेयी ने स्वर्ण चतुर्भुज, ग्रामीण सड़क योजना, नदी जोड़ो योजना, चंद्रयान-01 आदि जैसे कार्यों को मूर्तरूप दिया। श्री यती ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी में भाषण देकर हिन्दी को सिरमौर बनाने का श्रेय भी स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी को जाता है। सम्मेलन के अंत में निगम आयुक्त श्रीमती संस्कृति जैन ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी का देश के विकास में अनमोल योगदान रहा है। श्रीमती जैन ने कहा कि स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी को सभी ने अपना इसलिए माना है क्योंकि वह सभी की भावनाओं को समझकर सही मार्ग पर चले है और सभी को साथ लेकर सभी नजरियों को समझते हुए चले है। श्रीमती जैन ने कहा कि हमें जिस कार्य में आत्म संतुष्टि मिले वो हमें अनिवार्य रूप से करना चाहिए। कार्य के दौरान हम दूसरे व्यक्ति की पीडा को समझ सके यह भी हमें अनिवार्य रूप से दर्शाना चाहिए। श्रीमती जैन ने कहा कि विषम परिस्थितियों में हमें सुशासन के बारे में सोचते हुए अपने कार्य को और अधिक बेहतर व संयमित ढंग से करना चाहिए। श्रीमती जैन ने कहा कि अपने शहर में, प्रदेश में, देश में सुशासन तभी स्थापित हो सकता है जब हम प्रेरणा लेकर दूसरे के नजरिये को समझकर कार्य करेंगे। सम्मेलन में महापौर परिषद के सदस्य मनोज राठौर ने मुख्य वक्ता रजनीश अग्रवाल के जीवन पर प्रकाश डाला। इससे पहले सम्मेलन के प्रारंभ में स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर अतिथियों ने माल्यार्पण किया और दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। महापौर श्रीमती राय ने शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर मुख्य वक्ता श्री अग्रवाल का सम्मान भी किया। हरि प्रसाद पाल / 30 दिसम्बर, 2025