राज्य
21-Apr-2025
...


रायपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के मुख्यमंत्री निवास घेराव के साथ सियासी पारा आसमान छूने लगा है। भाजपा और कांग्रेस के बीच ज़ुबानी तकरार अब तल्ख़ तकरार में तब्दील हो चुकी है। एक तरफ भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर कांग्रेस को ज़िंदा रहने की कोशिश में लगी पार्टी बता रहे हैं, तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए चंद्राकर को दूध में पड़ी मक्खी कह दिया। कांग्रेस के घेराव प्रदर्शन को राजनीतिक नौटंकी बताकर चंद्राकर बोले कांग्रेस को अब सिर्फ़ ज़िंदा रहने का अभिनय करना आता है। बड़े नेता नदारद हैं, और जो हैं, वो सिर्फ़ चेहरा बचाने आए हैं। परिवारवादी पार्टियों में जनता नहीं, सिर्फ परिवार चलता है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रदर्शन से दूर रहने और भुवनेश्वर दौरे पर तंज कसा जिन्हें आप बड़े नेता मानते हैं, वो मंच पर नज़र ही नहीं आते। असल में कांग्रेस में कोई जननेता बचा ही नहीं है। चंद्राकर ने कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान पर तीखा हमला किया आपातकाल किसने लगाया था? अंबेडकर जी की याद सिर्फ सत्ता जाने के बाद क्यों आती है? अपने ही कार्यकाल में कितनी बार संविधान की धज्जियाँ उड़ाईं? देश में जब भी कोई बड़ा सुधार होता है, कांग्रेस भेड़िया आया, भेड़िया आया चिल्लाने लगती है। इनका असली एजेंडा सिर्फ राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है, जबकि मोदी का सपना है – विकसित भारत। भूपेश बघेल ने चंद्राकर के बयानों को हाशिए पर बैठे नेता की बौखलाहट बताया और कहा चंद्राकर अब पार्टी में दूध में पड़ी मक्खी हो चुके हैं। मंत्रिमंडल विस्तार की आस लगाए बैठे थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें किनारे कर दिया। पहले अपने घर की चिंता करें, फिर कांग्रेस पर उंगली उठाएं। सीएम विष्णु देव साय द्वारा आदिवासियों को सबसे बड़ा हिंदू बताए जाने पर बघेल ने सीधा हमला बोला उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री को संविधान पढ़ना चाहिए। आदिवासी को हिंदू बताने से उनका आरक्षण खतरे में पड़ जाएगा। ये उनकी अस्मिता पर हमला है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के सुप्रीम कोर्ट को लेकर दिए बयान पर बघेल बोले सुप्रीम कोर्ट की बातों से लोकतंत्र मजबूत होता है। छत्तीसगढ़ में कई बिल राज्यपाल के पास अटके हैं। फिर उपराष्ट्रपति को कोर्ट के फैसलों से तकलीफ़ क्यों हो रही है? बघेल ने मुख्यमंत्री निवास घेराव को जनता की आवाज़ बताते हुए कहा प्रदेश में कानून-व्यवस्था रसातल में है। भाजपा के अपने नेता सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। ऐसे हालात में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन पूरी तरह जायज़ है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)21 अप्रैल 2025