सूरत (ईएमएस। सूरत और देश के अन्य राज्यों से गए पर्यटकों पर पहलगांव में हुए आतंकवादी हमले की हर तरफ निंदा हो रही है। इस हमले में सूरत के एक व्यक्ति की मौत हो गई। उनके अंतिम संस्कार के दौरान मृतक की पत्नी ने केंद्रीय मंत्री सीआर पाटील के समक्ष आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार पर सवाल उठाए। इस घटना के कुछ देर बाद ही उधना स्थित भाजपा कार्यालय पर पुलिस की तैनाती लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है। दूसरी ओर सूरत में भाजपा कार्यालय पर पुलिस वाहन और कर्मचारियों की मौजूदगी को देखकर लोगों में चर्चा शुरू हो गई है कि पर्यटकों पर हमला कश्मीर में हुआ है और सूरत भाजपा कार्यालय पर पुलिस सुरक्षा तैनात की गई है। अंतिम संस्कार के दौरान मृतक शैलेश कलाठिया की पत्नी शीतल कलाठिया द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल भी अवाक रह गए। दूसरी ओर, आतंकवादी हमले के बाद जनता में गुस्से को देखते हुए उधना स्थित भाजपा कार्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा कहा जा रहा है कि अब नागरिकों के आक्रोश को ध्यान में रखते हुए उधना स्थित भाजपा कार्यालय पर दोपहर से ही सघन सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। हालांकि, भाजपा कार्यालय पर पुलिस तैनाती को लेकर भाजपा की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आने से अटकलों का बाजार गर्म है। शैलेशभाई की अंतिम यात्रा में कई नेता भी शामिल हुए। इस समय अपनी आंखों के सामने अपने पति को खो चुकी शीतलबेन न केवल आतंकियों के खिलाफ आक्रोशित थी बल्कि सरकारी व्यवस्था से भी नाराज थी। उन्होंने सरकार की सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल उठाए। शीतलबेन से नेताओं ने तीखे सवाल पूछे और लोगों ने उन्हें घेर लिया। नेताओं के चेहरे देखने लायक थे। शैलेश कलाठिया के अंतिम संस्कार में केंद्रीय मंत्री सी. आर.पाटिल, राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी, सांसद मुकेश दलाल, विधायक कुमार कानाणी और वीनू मोरडिया शामिल हुए। इन नेताओं के सामने मृतक की पत्नी शीतलबेन ने सरकार की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठाए। जिसका किसी भी नेता कोई उत्तर नहीं दे सका। पाटिल की मौजूदगी में मृतक शैलेश कलाठिया की पत्नी शीतलबेन ने कहा, इन लड़कों का भविष्य क्या है? मैं अपने बेटे को इंजीनियर और बेटी को डॉक्टर बनाना चाहती हूँ। मैं इसे कैसे बनाऊंगी? मुझे इंसाफ चाहिए मेरे लड़कों का भविष्य ख़राब नहीं होना चाहिए। मेरे पति को नौकरी में टैक्स काटकर वेतन दिया है ना? और यदि हम रास्ते में कुछ खरीदते हैं, या कहीं जाते हैं, तो हमें पुनः टैक्स देना पड़ता है। आपने हमसे टोल टैक्स भी लिया है, इसलिए मैं न्याय चाहती हूं क्योंकि मेरे परिवार को जरूरत के समय हमें सुविधा नहीं मिलीं मुझे न्याय चाहिए। सतीश/24 अप्रैल