क्षेत्रीय
01-May-2025


मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई में वाहनों के शोर से नागरिकों को अब कम परेशानी होने वाली है क्योंकि 35 फ्लाईओवर पर ध्वनि अवरोधक लगाए जाएंगे। बताया गया है कि अंधेरी में गोखले फ्लाईओवर के दोनों ओर ध्वनि अवरोधक लगाए जाएंगे ताकि निवासियों को वाहनों के तेज शोर से परेशानी न हो। इसका प्रस्ताव और लागत तैयार करने का काम चल रहा है। योजना यह है कि पुल का निर्माण कार्य मानसून के बाद, जैसे ही पूरा हो जाए, शुरू कर दिया जाए। इसके साथ ही, मुंबई महानगरपालिका के ब्रिज विभाग ने स्थानीय लोगों की मांग के अनुसार गोरेगांव और चेंबूर में दो फ्लाईओवर पर साउंडप्रूफिंग लगाने का भी निर्णय लिया है। इस वर्ष के भीतर ध्वनिरोधी व्यवस्था स्थापित कर दी जाएगी। इस संबंध में इस समय पुल का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए। जैसे ही यह पुल बनकर तैयार हो जाएगा, इस पर बड़े पैमाने पर यातायात फिर से शुरू हो जाएगा। वाहनों के शोर से पुल के आसपास की इमारतों में रहने वाले लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए दोनों तरफ ध्वनि अवरोधक लगाने का निर्णय लिया गया है। ध्वनिरोधन की वास्तविक लागत, किस प्रकार का ध्वनिरोधन लगाना उचित होगा, आदि के बारे में भी योजना बनाई जा रही है। इसके साथ ही मुंबई मनपा ने ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए पुराने फ्लाईओवरों पर ध्वनि अवरोधक लगाने की योजना बनाई है। कुछ नवनिर्मित पुलों पर पहले से ही ऐसे अवरोध लगे हुए हैं। 2017 से पहले बने ऐसे फ्लाईओवरों का सर्वेक्षण करने के लिए करीब दो साल पहले एक समिति गठित की गई थी। उनकी ओर से सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक, इमारतों, स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों के पास स्थित 35 बड़े और छोटे फ्लाईओवरों पर साउंडप्रूफिंग लगाने की योजना बनाई गई थी। आवश्यकतानुसार अधिकांश फ्लाईओवरों पर यह प्रणाली स्थापित की गई। अभी आठ से दस पुल और बचे हैं, जिनमें गोरेगांव में सुधीर फड़के पुल और चेंबूर में स्वामी नारायण पुल शामिल हैं। मुंबई मनपा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों की मांग के अनुसार यहां ध्वनि अवरोधक लगाए जाएंगे। अंधेरी में गोखले फ्लाईओवर के दूसरे चरण का मुख्य निर्माण कार्य 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है। लोअर परेल में डिलाइल रोड फ्लाईओवर पर पश्चिम से पूर्व की ओर जाने वाली आखिरी लेन पिछले साल 23 नवंबर से वाहनों के लिए खोल दी गई। इससे करी रोड, लोअर परेल, चिंचपोकली और भायखला इलाकों के वाहन चालकों को राहत मिली। अब इस पुल पर दो एस्केलेटर लगा दिए गए हैं। कुछ तकनीकी कार्य पूरा होने के बाद इस महीने एस्केलेटर चालू कर दिए जाएंगे। स्वेता/संतोष झा- ०१ मई/२०२५/ईएमएस