राष्ट्रीय
04-May-2025


नई दिल्ली,(ईएमएस)। देश की राजधानी दिल्ली समेत कई महानगरों में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने ब्रोंकोन 2025 कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में शनिवार को कहा कि अब समय आ गया है कि हम सिर्फ अपने फेफड़ों की ही नहीं, शहरों के फेफड़ों की भी चिंता करें। उन्होंने चेताया कि बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सांसें घुट रही हैं और यह सिर्फ तकनीक से नहीं, बल्कि सोच और नीति से ही बदला जा सकता है। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि विकास का मतलब अंधाधुंध निर्माण नहीं होना चाहिए, बल्कि सिस्टमेटिक और सतत विकास ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने पराली जलाने और औद्योगिक प्रदूषण को इसके मुख्य कारणों में गिनाया और कहा कि जिला स्तर पर मेडिकल सुविधाएं बढ़ानी होंगी। उपराष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि एयर प्यूरीफायर कोई स्थायी समाधान नहीं हैं। हम तकनीक पर बहुत निर्भर हो चुके हैं, लेकिन हमें अपनी जड़ों की ओर लौटना होगा। उन्होंने कहा, कि योग, आयुर्वेद और परंपरागत भारतीय ज्ञान समाधान का हिस्सा है। इसके साथ ही उन्होंने पब्लिक ट्रांसपोर्ट को प्राथमिकता देने और जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने की अपील की। हिदायत/ईएमएस 04मई25