राज्य
04-May-2025


(04पीआर19जीडब्ल्यू) प्रदेश अध्यक्ष के चयन के बाद आएगी हलचल जबलपुर, (ईएमएस)। संगठित प्रदेश भाजपा के पिछले कार्यकाल में जबलपुर शायद ऐसा एकमात्र जिला रहा होगा, जहां पूरा कार्यकाल गुजर गया और नगर कार्यकारिणी नहीं बन पाई. वन मैन शो में दो साल गुजर गये. नगर भाजपा में पद पाने के अभिलाषी मुहं देखते रह गये. किसी तरह जनवरी 2025 में दूसरा कार्यकाल शुरु हुआ और रत्नेश सोनकर को जबलपुर नगर अध्यक्ष बनाया गया. फिर भाजपा नेताओं में उम्मीद जागी की अब नगर कार्यकारिणी में स्थान मिलेगा. लेकिन करीब 4 महीने गुजरने के बाद भी नगर कार्यकारिणी का गठन नहीं हो सका है. इसके अलग अलग कारण बताए जा रहे हैं. प्राथमिक कारण यही बताए जा रहे हैं की प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में के फेर में जिला कार्यकारिणी उलझ गई है. गौरतलब है कि प्रदेश में भाजपा के बूथ और मंडल स्तर की कार्यकारिणी के गठन के गठन हो चुके हैं। लेकिन बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया में देरी के चलते अब जिला कार्यकारिणी का गठन भी होल्ड कर दिया गया है। इसके पीछे जो कारण बताया जा रहा है उस हिसाब से जिला कार्यकारिणी का गठन प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद ही किया जाएगा। बताया जा रहा है कि जिला कार्यकारिणी को होल्ड करने का कारण नये प्रदेश अध्यक्ष नहीं होना बताया जा रहा है. जब एक तर्क यह भी है की नगर कार्यकारिणी स्थानीय जन प्रतिनिधियों के बीच समन्वय के बाद ही तय हो पाएगी. फिलहाल बड़े नेताओं के अंतरार्ष्ट्रीय मुद्दों में उलझे होने की वजह से संगठन में नियुक्तियों को होल्ड पर रख दिया गया है. जारी हुये दिशा निर्देश... हालांकी ऐसा भी नहीं है की कोई प्रयास नहीं चल रहे हैं. नगर कार्यकारिणी के लिये प्रदेश संगठन ने कार्यकारिणी बनाने के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। गाइड लाइन में स्पष्ट लिखा है कि नए लोगों के साथ ही पुराने पदाधिकारियों को मौका देना है। जिला कार्यकारिणी के गठन को लेकर केन्द्र से जो दिशा निर्देश दिए गए हैं। उसमें 60-40 के फॉर्मूले का पालन किया जाएगा। उस हिसाब से नई कार्यकारिणी में पुरानी कार्यकारिणी के 60 फीसदी पदाधिकारियों को फिर अवसर दिया जाएगा सिर्फ 40 फीसदी नए लोगों को पदाधिकारी बनाया जाएगा। गौरतलब है कि जिलाध्यक्षों का चुनाव जनवरी माह में कर लिया था। इसके बाद से ही जिला कार्यकारिणी को लेकर जिलों में दावेदार सक्रिय हैं। पार्टी में पिछले कुछ दिनों से मंडल कार्यकारिणी के गठन का दौर चल रहा है। मंडलों में अब कार्यकारिणी बन चुकी है। इस तरह रहेगी जिले की कार्यकारिणी पार्टी द्वारा तय गाइडलाइन के अनुसार जिला समिति में अध्यक्ष के साथ 8 उपाध्यक्ष होंगे तो हमेशा की तरह 3 महामंत्री होंगे। 8 मंत्रियों के साथ 1 कोषाध्यक्ष का पद भी रहेगा। वहीं 20 लोगों की कार्यकारिणी में 7 महिलाएं और 2 अजा तथा अजजा वर्ग के लोगों को शामिल करना अनिवार्य रहेगा। जिले में 30 कार्यसमिति सदस्य बनाए जा सकेंगे। यह पद बरकरार रहे सकते हैं... संगठन ने इस बार नए दिशा-निर्देश में यह भी कहा है कि कार्यालय मंत्री, कोषाध्यक्ष, आईटी सेल और सोशल मीडिया तथा मीडिया प्रभारी का पद निरंतर रखा जा सकता है, अगर वे सक्रिय हों। बहुत आवश्यक हो, तभी इस पद पर परिवर्तन किया जाए। सुनील साहू / मोनिका / 04 मई 2025/ 06.00