अंतर्राष्ट्रीय
12-May-2025
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वाशिंगटन (ईएमएस)। अमेरिका के रॉबर्ट फ्रांसिस प्रिवोस्ट को आठ मई को रोमन कैथोलिक चर्च का नया पोप लियो-14 चुना गया था। यह पहली बार था जब अमेरिका का कोई नागरिक इस पद पर पहुंचा। लेकिन अब पोप की अमेरिकी नागरिकता विवादों में आ गई है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पोप लियो रजिस्टर्ड रिपब्लिकन वोटर हैं, जिन्होंने बीते कई चुनावों में वोट दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, रॉबर्ट (69) इलिनोइस के विल काउंटी के रजिस्टर्ड वोटर हैं और वह बीते 13 साल से वोट कर रहे हैं। इसके बाद उनके ट्रंप समर्थक होने पर भी सवाल उठ रहे हैं। इलिनॉइस में वोटर किसी राजनीतिक पार्टी के साथ आधिकारिक रूप से रजिस्टर नहीं होते। लेकिन प्राइमरी में वोटर उस समय यह चुनते हैं कि वे किस पार्टी (रिपब्लिकन या डेमोक्रेट) की प्राइमरी में वोट देना चाहते हैं। इसका मतलब है कि प्रिवोस्ट का रिपब्लिकन प्राइमरी में वोट करना उन्हें रजिस्टर्ड रिपब्लिकन नहीं बनाता। रॉबर्ट प्रिवोस्ट उर्फ पोप लियो ने 2012, 2014 और 2016 में रिपब्लिकन प्राइमरी में वोट किया है, जिसमें 2012 और 2016 की प्रेसिडेंशियल प्राइमरी भी शामिल है। उन्होंने 2010 में डेमोक्रेटिक प्राइमरी और 2008 में डेमोक्रेटिक प्रेसिडेंशियल प्राइमरी में भी वोट किया था। आशीष दुबे / 12 मई 2025