मोहखेड़ तहसीलदार ने थाने में दर्ज कराया मामला छिंदवाड़ा (ईएमएस)। गरीबी रेखा की सूची में नाम जोडऩे में फर्जीवाड़ा सामने आया है इस मामले को लेकर मोहखेड़ तहसीलदार मीना दशरिया ने थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। मामला मोहखेड़ विकासखंड का है जहां पर गुरुवार को सारोठ निवासी सुनील पवार नामक युवक तहसील कार्यालय में पहुंचा था जिसके पास मोहखेड़ तहसीलदार के नाम से एक आदेश था इस आदेश में पांच लोगों का नाम गरीबी रेखा की सर्वे सूची में जोडऩे के निर्देश दिए गए थे यह आदेश संदिग्ध लगने पर कार्यालय में पदस्थ लिपिक राजकुमार कपूर ने इस आदेश को तहसीलदार को दिखाया जिसके बाद आदेश फर्जी साबित होने पर तहसीलदार ने इस मामले में फर्जी आदेश बनाने वाले व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश जारी किए हैं। तीन हजार रुपए लेकर जोड़ा नाम जनपद कार्यालय की जगह तहसील कार्यालय पहुंचे आवेदक सारोठ निवासी सुनील पवार ने बताया कि उनके गांव में रहने वाले राजेश भादे नामक व्यक्ति ने गांव के ही लोगों से तीन-तीन हजार रुपए गरीबी रेखा की सूची में नाम जोडऩे के लिए लिये थे जिसने कहा था कि तीन हजार रुपए देने पर तहसीलदार का आदेश उन्हें मिल जाएगा। रुपए जमा करने पर राजेश भादे ने पात्रता कूपन पर्ची के लिए तहसीलदार के आदेश की कॉपी उन्हें दी थी। पांच लोगों के नाम से बना आदेश जनपद पंचायत में पांच लोगों के नाम से फर्जी आदेश बना था जिसमें तहसीलदार के हस्ताक्षर और सील साईन थी। इसमें सारोठ निवासी संध्या पति सुनील पवार, चंद्रकला पति रामस्वरूप पवार, मुरदई निवासी आरती पति रामेश्वर घोरसे, सारंगबिहरी निवासी अनिल पति धुंधु पवार, शंकरपुर निवासी यशवंत राव पिता आसाराम पवार का नाम शामिल है। फर्जी आदेश पर और भी जुड़े हैं सूची में नाम इस मामले की जब जांच शुरू हुई तो पता चला कि जनपद पंचायत में तहसीलदार के फर्जी आदेश पर सभी हितग्राहियों के नाम जनपद पंचायत की लॉगिन में जुड़े हुए थे जनपद पंचायत में कार्यरत लिपिक ने बताया कि हितग्राही हमारे पास सीधे तहसीलदार का आदेश लाते हैं इसी आदेश के आधार पर हमने नाम जोड़ दिए हैं। इस पूरे घटनाक्रम से और भी फर्जी नाम जोडऩे की बातें सामने आ रही है। आखिर कौन बना रहा फर्जी दस्तावेज इस पूरे मामले में फर्जी दस्तावेज का सरगना कौन है इसे लेकर मामले की जांच शुरू हो गई है दरअसल सारोठ निवासी राजेश भादे भी इस खेल में एक मोहरा बताया जा रहा है। राजेश भादे किसके साथ मिलकर प्रमाण पत्र बना रहा था इसकी भी जांच अब शुरू हो गई है इसमें और भी लोगों के नाम सामने आ सकते हैं। इनका कहना है तहसीलदार की पदमुद्रा और फर्जी हस्ताक्षर का मामला सामने आया है इस मामले में हमने संबंधित के खिलाफ मोहखेड़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है पुलिस मामले की जांच कर रही है जल्द ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। मीना दशरिया, तहसीलदार मोहखेड़ ईएमएस/मोहने/ 15 मई 2025